पेट्रोल-डीजल कारें अब पुरानी बात यह तकनीक बन रही सबसे पसंदीदा ईवी भी पीछे

Most Favorable Vehicle : अगर आपसे पूछा जाए कि सबसे पसंदीदा वाहन कौन सा है, तो पेट्रोल या डीजल को ही बताएंगे. लेकिन, देश का मूड आज कुछ और ही कहता है. एक हालिया सर्वे में खुलासा हुआ है कि देश के 40 फीसदी लोगों को न तो पेट्रोल-डीजल वाहन पसंद हैं और न ही इलेक्ट्रिक.

पेट्रोल-डीजल कारें अब पुरानी बात यह तकनीक बन रही सबसे पसंदीदा ईवी भी पीछे
नई दिल्‍ली. भारतीय वाहन उद्योग इस समय सबसे बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. ग्राहकों को न तो पेट्रोल-डीजल वाले वाहन ज्‍यादा पसंद हैं और न ही इलेक्ट्रिक कारें. ग्राहकों को अब इन दोनों ही विकल्‍पों से इतर नया कुछ चाहिए. ग्रांट थॉर्नटन इंडिया के एक सर्वेक्षण में पता चला है कि उपभोक्ता लक्जरी और टिकाऊ दोनों तरह के विकल्पों की खोज कर रहे हैं. सर्वे में कहा गया है कि भारतीय वाहन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत हो रही है. ‘शिफ्टिंग गियर्स: अंडरस्टैंडिंग पैसेंजर व्हीकल मार्केट ट्रेंड्स’ शीर्षक वाले इस सर्वेक्षण के अनुसार, 85 प्रतिशत ग्राहक प्रीमियम मॉडल लेने पर विचार कर रहे हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तुलना में हाइब्रिड वाहनों को प्राथमिकता दी जा रही है. सर्वेक्षण में देशभर के 3,500 से अधिक लोगों की राय ली गई. ये भी पढ़ें – Waaree Energies IPO listing : उम्‍मीदों पर खरा उतरा आईपीओ, दिया 66 फीसदी लिस्टिंग गेन कौन सी कार सबसे पसंद सर्वेक्षण के अनुसार, 40 प्रतिशत उत्तरदाता अब हाइब्रिड वाहनों को पसंद कर रहे हैं, जबकि केवल 17 प्रतिशत ईवी के पक्ष में हैं. इसके विपरीत 34 प्रतिशत अब भी पेट्रोल वाहनों की ओर झुकाव रखते हैं. हाइब्रिड वाहनों के साथ बढ़ते जुड़ाव से पता चलता है कि उपभोक्ता अधिक मजबूत ईवी बुनियादी ढांचे और प्रोत्साहनों के इंतजार में अब टिकाऊ विकल्पों की खोज कर रहे हैं. हाईब्रिड वाहन क्‍यों हैं खास सर्वेक्षण के निष्कर्षों के मुताबिक हाइब्रिड वाहन वैकल्पिक प्रौद्योगिकी को अपनाने की दिशा में एक पुल की तरह काम कर रहे हैं और भविष्य में ईवी की स्वीकार्यता में तेजी की उम्मीद है. ग्रांट थॉर्नटन इंडिया के भागीदार और वाहन तथा ईवी उद्योग के प्रमुख साकेत मेहरा ने कहा कि वाहन निर्माताओं को उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव को ध्यान में रखना चाहिए. 40 फीसदी वाहन त्‍योहारों पर बिकते हैं उन्होंने कहा कि त्योहारी सत्र का वार्षिक बिक्री में लगभग 30-40 प्रतिशत योगदान होता है और यह भारतीय वाहन उद्योग के लिए खासतौर से महत्वपूर्ण है. लिहाजा कार कंपनियों को भी इस मौके के लिए खास तैयारी करनी चाहिए. उन्‍हें ग्राहकों को त्‍योहारी सीजन में छूट दिए जाने के साथ ही पसंदीदा मॉडल की लांचिंग कर लुभाने की कोशिश भी करनी चाहिए. Tags: Business news, Car Bike News, Electric vehicleFIRST PUBLISHED : October 28, 2024, 16:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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