कर्नाटक: कार्ड नहीं था तो अस्पताल ने नहीं किया इलाज गर्भवती और नवजात जुड़वां बच्चों की मौत
कर्नाटक: कार्ड नहीं था तो अस्पताल ने नहीं किया इलाज गर्भवती और नवजात जुड़वां बच्चों की मौत
कर्नाटक के तुमकुरू जिला अस्पताल ने एक गर्भवती महिला ने इलाज से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उसके पास ताई कार्ड नहीं था. गर्भवती महिला ने घर पर बच्चे को जन्म दिया और दूसरे बच्चे के जन्म के समय अधिक ब्लीडिंग हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई और इसके बाद उसके जुड़वां बच्चों की भी मौत हो गई.
हाइलाइट्सकर्नाटक के तुमकुरू जिला अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला गर्भवती महिला के इलाज से किया इनकार, महिला की बच्चों के समेत मौत मंत्री ने किया अस्पताल का दौरा, डॉक्टर समेत 3 नर्सों को किया सस्पेंड
सौम्या कालास
बेंगलुरू. कर्नाटक (Karnataka) से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. कर्नाटक के तुमकुरू जिला अस्पताल ने एक गर्भवती महिला ने इलाज से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उसके पास ताई कार्ड नहीं था. इसके बाद गर्भवती महिला ने घर पर बच्चे को जन्म दिया और दूसरे बच्चे के जन्म के समय अधिक ब्लीडिंग हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई और इसके बाद उसके जुड़वां बच्चों की भी मौत हो गई. इस घटना के बाद से इलाके में भारी रोष है और लोगों ने सरकार से कार्रवाई की मांग की है.
महिला की पहचान कस्तूरी के रूप में हुई है जिसकी एक 6 साल की बेटी है. महिला भारतीनगर में अपनी बेटी के साथ रहती थी. बताया जा रहा है कि ताई कार्ड (गर्भवती महिलाओं के लिए एक सरकारी सुविधा पंजीकरण कार्ड) न होने के कारण उसका इलाज करने से मना करते हुए उसे वापस घर भेज दिया गया था. कहा जाता है कि अस्पताल के एक कर्मचारी ने उसे बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल जाने के लिए कहा था. स्थानीय लोगों के मुताबिक कस्तूरी तमिलनाडु की रहने वाली बताई जाती है, लेकिन बीते एक महीने से वह उस घर में रह रही थी. उसके पास अस्पताल जाने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे तो पड़ोसियों ने राशि एकत्र की और उसे दे दी थी.
सीसीटीवी वीडियो में साफ दिखी लापरवाही, 1 डॉक्टर और 3 नर्सें सस्पेंड
इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने गुरुवार को जिला अस्पताल का दौरा किया. मंत्री के सुधाकर ने बताया कि ऐसी जानकारी मिली है कि गर्भवती महिला को लेबर पेन हो रहा था और वह अस्पताल आई थी. उसके साथ दो लोग थे और हमने सीसीटीवी वीडियो देखा है. नर्सों ने उससे ताई कार्ड के बारे में पूछा था और यह कार्ड न होने पर उसे बाहर कर दिया था. प्रसूति वार्ड की 3 नर्सों ने कर्तव्य की लापरवाही की है. उस समय ड्यूटी डॉक्टर मौजूद था, लेकिन उसने भी कोई इलाज नहीं किया. मैं वास्तव में इस घटना से स्तब्ध हूं. इस घटना को लेकर एक डॉक्टर और 3 नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है. बच्ची अब अनाथ हो गई है. यदि उसका परिवार समर्थन के लिए आगे नहीं आता है, तो जिला प्रशासन 18 साल तक मुफ्त शिक्षा और आवास की व्यवस्था करेगा. व्यक्तिगत रूप से मैं उनके नाम पर FD करना चाहता हूं.
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Tags: Karnataka, Pregnant woman deathFIRST PUBLISHED : November 04, 2022, 18:34 IST