तालाबों को ऐसे मिलेगा नया जीवन पॉन्ड्स मैन ऑफ इंडिया ने बताया तरीका

राजवीर तंवर बीते कई सालों से तालाबों को संरक्षित करने का काम कर रहे हैं. इसके लिए एक एनजीओ भी बनाया है और उसका नाम अर्थ रखा है. इसी के माध्यम से वह देश के विभिन्न राज्यों में अब तक 100 से अधिक तालाबों को संरक्षित कर चुके हैं. इतना ही नहीं 50 से अधिक संस्थाएं साथ मिलकर काम कर रही है और कई वालंटियर इस अभियान में जुड़े हुए हैं.

तालाबों को ऐसे मिलेगा नया जीवन पॉन्ड्स मैन ऑफ इंडिया ने बताया तरीका
कानपुर. ग्रामीण और शहरी इलाकों में आज भी तालाब मौजूद है. लेकिन, रख-रखाव के अभाव में तालाबों की स्थिति खराब हो गई. एक दौर था तब तालाब को पानी का बेहतर स्त्रोत माना जाता था. तालाब के रख-रखाव को लेकर एक बार फिर सरकार जागरूक हुई है और अमृत सरोवर योजना के तहत कायाकल्प किया जा रहा है. तालाबों को संरक्षित करना सभी जिम्मेदारी है. यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है, जिसे हर इंसान को समझना चाहिए. इस मर्म को समझते हुए गौतम बुद्ध नगर के रहने वाले राजवीर तंवर कई सालों से तालाबों के संरक्षण पर काम कर रहे हैं. देश भर में तालाबों को संरक्षित कर चुके हैं. यही वजह है कि उन्हें पॉन्ड्स मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है. छह राज्यों में कर रहे हैं काम राजवीर तंवर बीते कई सालों से तालाबों को संरक्षित करने का काम कर रहे हैं. इसके लिए एक एनजीओ भी बनाया है और उसका नाम अर्थ रखा है. इसी के माध्यम से वह देश के विभिन्न राज्यों में अब तक 100 से अधिक तालाबों को संरक्षित कर चुके हैं. इतना ही नहीं 50 से अधिक संस्थाएं उनके साथ मिलकर काम कर रही है और कई वालंटियर भी उनके साथ इस अभियान में जुड़े हुए हैं. उन्होंने बताया कि तालाब को संरक्षित करने के लिए सरकार से आर्थिक मेहनत नहीं लेते हैं बल्कि स्वयं अपनी संस्था के माध्यम से यह काम करते हैं. इन तरीकों से तालाबों को मिलेगा नया जीवन राजवीर ने बताया कि सरकार कहीं ना कहीं अब तालाबों को लेकर जागरूक हुई है और इसके लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. लेकिन, इस पर सफलता तब तक नहीं मिलेगी जब तक कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए तालाबों पर काम नहीं शुरू किया जाएगा. तालाबों को संरक्षित करने के लिए सबसे जरूरी यह है कि इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. तालाब को कमाई का स्रोत भी बनाया जाए ताकि लोग इसका इस्तेमाल सही चीजों के लिए करें. तालाबों के आस-पास हरियाली उगाया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस ओर आकर्षित हो सके. इसको आईलैंड के तौर पर भी विकसित किया जासकता है. इससे जीवों को रहने का आसरा मिल जाएगा. अमृत सरोवर योजना में बदलाव की है जरूरत पॉन्ड्स मैन ऑफ़ इंडिया के नाम से जाने जाने वाले राजवीर ने बताया कि सरकार देशभर में तालाबों को संरक्षित करने के लिए अमृत सरोवर योजना चल रही है. लेकिन, यह योजना अभी तक इतनी सफल नहीं हो पाई है. इसके पीछे की वजह की बात की जाए तो इसमें कुछ ऐसी जरूरी चीजे हैं, जिसमें बदलाव करने की जरूरत है. बदलाव होने से यह योजना कारगर होगी. उन्होंने बताया कि तालाबों को संरक्षित करने के लिए 3 महीने का समय कम है, उसे कम से कम 7 से 8 महीने का समय देना चाहिए. इतना ही नहीं जो काम करे उसे अगले तीन सालों के लिए जिम्मेदारी देनी चाहिए कि वह उसका रख-रखाव कर सके. उन्होंने बताया कि लगातार सरकार के संपर्क में भी हैं और किस प्रकार से प्रदेश और देश में तालाबों को संरक्षित किया जा सकता है इस पर काम किया जा रहा है. Tags: Kanpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 17:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed