स्मृति ईरानी की कमी को पूरा करने संसद में आ गई हैं BJP की ये 5 शेरनी
स्मृति ईरानी की कमी को पूरा करने संसद में आ गई हैं BJP की ये 5 शेरनी
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जोरदार बहस शुरू हो चुकी है. नीट पेपर लीक मामला, ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग, धर्म और भ्रष्टाचार को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोक-झोंक हो रही है. लेकिन, इस नोक-झोंक में अक्सर बढ़-चढकर भाग लेने वाली स्मृति ईरानी की कमी खल रही है. आइए एक नजर डालते हैं बीजेपी के उन इन पांच महिला सांसदों पर, जो स्मृति ईरानी की कमी को पूरा कर सकती हैं.
नई दिल्ली. पीएम मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद संसद का पहला सत्र शुरू हो गया है. सोमवार को संसद के इस मौजूदा सत्र का छठा दिन है. 18वीं लोकसभा के गठन के बाद इस सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जोरदार बहस देखने को मिल रही है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जोरदार बहस शुरू हो चुकी है. नीट पेपर लीक मामला, ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग, धर्म और भ्रष्टाचार को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोक-झोंक हो रही है. लेकिन, इस नोक-झोंक में अक्सर बढ़-चढकर भाग लेने वाली स्मृति ईरानी की कमी इस बार खल रही है. अमेठी लोकसभा सीट हारने के बाद ईरानी फिलहाल संसद की किसी भी सदन की सदस्य नहीं हैं. जानकारों की मानें तो स्मृति ईरानी की कमी इन पांच तेज तर्रार महिला सांसदों से पूरी हो सकती है. आइए एक नजर डालते हैं इन पांच महिला सांसदों पर.
18वीं लोकसभा में बीजेपी के टिकट पर 31 महिला सांसद चुनकर आई हैं. इनमें नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर जीतने वाली बांसुरी स्वराज की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है. बांसुरी बीजेपी की कद्दावर नेता दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी हैं. बांसुरी के बारे में कहा जाता है कि वह अपनी मां की तरह की अच्छी वक्ता हैं और लोकसभा में पार्टी का पक्ष मजबूती से रखने में सक्षम हैं. बांसुरी पेशे से वकील भी हैं. ऐसे में स्मृति ईरानी की कमी बांसुरी अपने जोरदार तर्कों से पूरी कर सकती हैं.
स्मृति ईरानी की कमी कौन पूरा करेगा?
महाराष्ट्र की रावेर लोकसभा सीट से जीतकर आई बीजेपी के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे के बारे में भी कहा जाता है कि वह अच्छी वक्ता हैं. रक्षा तीसरी बार संसद पहुंची हैं. इस बार मोदी मंत्रिमंडल में शामिल भी हुई हैं. जानकारों की मानें तो रक्षा काफी तेज तर्रार वक्ता भी हैं. रक्षा भी स्मृति ईरानी की कमी को भरपाई करने में सक्षम है.
झारखंड की कोडरमा सीट से बीजेपी की टिकट पर दूसरी बार जीत कर संसद आने वाली अन्नपूर्णा देवी की भी खूब चर्चा हो रही है. अन्नपूर्णा देवी को इस बार मोदी सरकार में राज्य मंत्री से प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. अन्नपूर्णा देवी को स्मृति ईरानी वाला मंत्रालय का ही प्रभार मिला है. ऐसे में माना जाता है कि अन्नपूर्णा देवी भी स्मृति ईरानी की कमी संसद में पूरी कर सकती हैं. हालांकि, इनके बारे में कहा जाता है कि ये काफी सरल और सौम्य स्वभाव की महिला हैं. शायद स्मृति ईरानी की तरह लोकसभा में उस अंदाज जवाब न दे पाएं.
रेस में कंगना, बांसुरी सहित ये नाम
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जीत कर आई कंगना रनौत की भी खूब चर्चा हो रही है. कंगना ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को मंडी लोकसभा सीट से हराकर आई हैं. बता दें कि कंगना अभी तक संसद के बाहर बीजेपी और प्रधानमंत्री के कामों की तारीफ करती रही हैं. लेकिन अब कंगना को संसद के अंदर विपक्षी सांसदों को भी जवाब देना होगा. राजनीतिक विश्लेषक कंगना में स्मृति ईरानी की झलक देख रहे हैं.
मथुरा से तीसरी बार जीतकर संसद पहुंची हेमा मालिनी के बारे में भी कहा जाता है कि उन्हें मौका मिलेगा तो वह संसद में पार्टी का पक्ष जोरदार तरीके से रख सकती हैं. हालांकि, इस काम में हेमा मालिनी की उम्र आड़े आ रही है. इसके बावजूद हेमा मालिनी महिलाओं और फिल्म उद्योग से जुड़े मसलों पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय रख सकती हैं.
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इन पांच महिला सांसदों के अलावा भी 18वीं लोकसभा में बीजेपी का पक्ष जोरदार तरीके से रखने में बीजेपी कोटे से 26 और सांसद चुनकर आई हैं. मिसाल के तौर पर एमपी की धार सीट से सांसद चुनी गई सावित्री ठाकुर, जिन्हें इस बार केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया है. एमपी के ही भिंड सीट से जीतकर आई संध्या राय, असम की गुवाहटी सीट जीतने वाली बिजूली कलिते मेधी, गुजरात की निमुबेन जंयतीभाई, ओडिशा के बोलांहगीर की सांसद संगीता कुमार सिंह देव, उत्तराखंड की राजशाही परिवार से आने वाली माला राज्य लक्ष्मी और पश्चिमी दिल्ली सीट से पहली बार चुन कर आई कमलजीत सहरावत जैसे सांसदों की चर्चा भी स्मृति ईरानी के विकल्प तौर पर होने लगी हैं.
Tags: Parliament house, Parliament news, Parliament session, Smriti IraniFIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 15:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed