कभी कहा जाता था छोटा पाकिस्तान अब ऐसे मना रहा है जम्हूरियत का जश्न
कभी कहा जाता था छोटा पाकिस्तान अब ऐसे मना रहा है जम्हूरियत का जश्न
Sopore Lok Sabha Elecitons 2024: सोपोर के इरफान शेख सहित स्थानीय लोगों ने मतदान प्रक्रिया में भागीदारी के महत्व पर जोर दिया. शेख नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनावी एजेंट है. उन्होंने कहा, "लोगों को वोट देने के लिए बाहर आना होगा क्योंकि घर के अंदर रहने या बहिष्कार करने से चीजें नहीं बदलतीं."
सोपोर. जम्मू-कश्मीर के सोपोर शहर में एक उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिल रहा है. कभी ‘छोटा पाकिस्तान’ कहे जाने वाले इस शहर में लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं और पिछले चुनाव की तुलना में लोगों ने इस बार बड़ी संख्या में मतदान किया.
पूर्व में आतंकवाद का केंद्र रहे और 1990 के दशक में विदेशी आतंकवादियों के प्रभुत्व वाले सोपोर तथा राफियाबाद क्षेत्रों में अधिक मतदान के साथ चुनावी व्यस्तता का पुनरुत्थान हुआ है. बारामूला जिले में स्थित सोपोर, बारामूला निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है.
बारामूला में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, दो बार के पूर्व विधायक एवं निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर राशिद और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन के बीच कड़ा मुकाबला है. सीलू गांव के इशफाक जैसे स्थानीय लोगों ने अपना पहला वोट डाला. इशफाक ने अपने समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने वाली लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति एक नया उत्साह व्यक्त किया.
उसने कहा, “मुझे खुशी है कि पिछली बार वोट देने के अधिकार का प्रयोग नहीं करने के बाद, मैं आज मतदान कर सका क्योंकि अगर मैं अपने आस-पास की चीजों को बदलना चाहता हूं, तो मुझे बदलाव का हिस्सा बनना होगा.”
निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, सोपोर और राफियाबाद में इस बार मतदाताओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. इस बार लोकसभा चुनाव के लिए सोपोर में 44.49 प्रतिशत, जबकि राफियाबाद में 59.40 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान हुआ.
सोपोर के इरफान शेख सहित स्थानीय लोगों ने मतदान प्रक्रिया में भागीदारी के महत्व पर जोर दिया. शेख नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनावी एजेंट है. उन्होंने कहा, “लोगों को वोट देने के लिए बाहर आना होगा क्योंकि घर के अंदर रहने या बहिष्कार करने से चीजें नहीं बदलतीं.” सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी गजनफर अली ने कहा, “इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि प्रतिबंधित समूह का प्रभाव है. पहले यह मतदाताओं को धमकाता था. लेकिन, आज ऐसा कुछ नहीं हो रहा है.”
Tags: Jammu kashmir, Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 20, 2024, 23:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed