जम्मू-कश्मीर: चुनाव से पहले कठुआ में एनकाउंटर जैश का पाकिस्तानी आतंकवादी ढेर
जम्मू-कश्मीर: चुनाव से पहले कठुआ में एनकाउंटर जैश का पाकिस्तानी आतंकवादी ढेर
Jammu Kashmir News: विदेशी भाड़े के आतंकवादियों की चुनौती से निपटने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने के बाद अब तक पांच आतंकवादी मारे जा चुके हैं.
जम्मू. जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में जारी ऑपरेशन में एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया. ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान शहीद दो गया और दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि कठुआ जिले के बिलावर इलाके में जारी ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया. इससे पहले शनिवार को क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में स्थानीय पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई थी.
एडीजीपी (जम्मू) आनंद जैन ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि शनिवार को कठुआ जिले के बिलावर इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई, जबकि एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) और एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) घायल हो गए.
एडीजीपी ने कहा, “आतंकवादियों का पता लगाने के लिए कठुआ के जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. 28 सितंबर को कठुआ जिले के बिलावर के खोग इलाके में एक ज्वॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया था. गोलीबारी में हेड कांस्टेबल बशीर अहमद शहीद हो गए, जबकि एक एएसआई और एक डिप्टी एसपी घायल हो गए, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है.”
उन्होंने कहा, “इलाके में तीन से चार आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना है. जानकारी से पता चलता है कि वे विदेशी आतंकवादी हैं.” कठुआ में 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. कठुआ और आसपास के जिलों में आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस और अन्य बल तीसरे चरण के लिए सुचारू चुनाव सुनिश्चित करेंगे.
उल्लेखनीय है कि कट्टर विदेशी भाड़े के आतंकवादी पिछले तीन-चार महीने के दौरान जम्मू संभाग के डोडा, कठुआ, राजौरी, पुंछ और रियासी के पहाड़ी जिलों में सेना, स्थानीय पुलिस और नागरिकों के खिलाफ गुरिल्ला हमले कर रहे हैं. पहाड़ी इलाकों में सेना और आम लोगों के खिलाफ घात लगाकर हमला करने के बाद, आतंकवादी इन पहाड़ी जिलों के घने जंगल और झाड़ियों वाले इलाकों में भाग जाते हैं.
आतंकवादियों की इस रणनीति को विफल करने के लिए, जम्मू संभाग के पहाड़ों की चोटियों और घने जंगलों में चार हजार से अधिक सैनिकों को तैनात किया गया है. सुरक्षा बलों की इस बदली रणनीति के बाद इन जिलों में आतंकवादी हमलों में भारी कमी आई है. इन इलाकों में सुरक्षा बलों की सर्वव्यापी मौजूदगी के कारण इन इलाकों में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं.
Tags: Jaish e mohammad, Jammu kashmir, Jammu kashmir election 2024, Jammu Kashmir PoliceFIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 01:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed