कब है आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि किस समय करें शिव पूजा देखें मुहूर्त योग

Masik Shivratri 2024 July Date: भगवान शिव के प्रिय माह सावन के आने में अभी काफी समय है. उससे पहले शिव पूजा के लिए आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि आने वाली है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि कब है? शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त क्या है?

कब है आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि किस समय करें शिव पूजा देखें मुहूर्त योग
भगवान शिव के प्रिय माह सावन के आने में अभी काफी समय है. उससे पहले शिव पूजा के लिए आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि आने वाली है. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. उस दिन व्रत रखते हैं और भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं. शिव जी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पसंद की वस्तुओं को अर्पित करते हैं, उनके मंत्रों का जाप करते हैं और शिवरात्रि की कथा सुनते हैं. शिव जी के अशीर्वाद से भक्तों के संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आषाढ़ मासिक शिवरात्रि पर स्वर्ग की भद्रा लग रही है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि कब है? शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त क्या है? कब है आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि 2024? वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 4 जुलाई दिन गुरुवार को प्रात: 5 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी. इस तिथि का समापन 5 जुलाई दिन शुक्रवार को प्रात: 4 बजकर 57 मिनट पर होगा. पूजा के मुहूर्त के आधार पर देखा जाए तो आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि 4 जुलाई को मनाई जाएगी. ये भी पढ़ें: पवन कल्याण ले रहे वाराही दीक्षा, 11 दिनों तक नहीं खाएंगे अन्न, जमीन पर सोएंगे, कठिन हैं नियम, जानें इसके 6 लाभ आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि 2024 मुहूर्त 4 जुलाई को आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि के लिए पूजा का मुहूर्त 40 मिनट तक है. मासिक शिवरात्रि की पूजा देर रात 12 बजकर 06 मिनट से मध्य रात्रि को 12 बजकर 46 मिनट के बीच कर सकते हैं. इस समय के अलावा आप शिवरात्रि की पूजा दिन में कभी भी कर सकते हैं. वृद्धि योग और मृगशिरा नक्षत्र में आषाढ़ शिवरात्रि आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि के दिन वृद्धि योग और मृगशिरा नक्षत्र है. उस दिन वृद्धि योग सुबह 7 बजे से लेकर अगले दिन प्रात: 5 बजकर 14 मिनट तक है. वहीं मृगशिरा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर अगले दिन 03:54 ए एम तक है. ये भी पढ़ें: क्या आपके पितर हैं नाराज? लाइफ में होने वाली ये 7 घटनाएं देती हैं संकेत, आषाढ़ अमावस्या पर उन्हें करें प्रसन्न आषाढ़ शिवरात्रि पर स्वर्ग की भद्रा आषाढ़ शिवरात्रि के दिन भद्रा लग रही है, जिसका वास स्थान स्वर्ग है. शिवरात्रि पर भद्रा का समय सुबह 5 बजकर 54 मिनट से शाम 5 बजकर 23 मिनट तक है. स्वर्ग की भद्रा का असर धरती पर नहीं होता है. आषाढ़ शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक 4 जुलाई को मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक के लिए शिववास है. शिववास भोजन में 05:54 ए एम तक है, उसके बाद श्मशान में है. जो 5 जुलाई को 04:57 ए एम तक रहेगा. सुख, समृद्धि और परिवार के कल्याण के लिए मासिक शिवरात्रि पर आप रुद्राभिषेक कर सकते हैं. Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, ReligionFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 11:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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