बड़ा ही चमत्कारी है यह शिवलिंग हर साल बढ़ता है तिल के आकार के बराबर
बड़ा ही चमत्कारी है यह शिवलिंग हर साल बढ़ता है तिल के आकार के बराबर
Tilbhandeshwar Mahadev Temple: काशी के विद्वान पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस शिवलिंग पर जलाभिषेक से हर तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. इसलिए सावन के महीने में यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. यह शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है.
अभिषेक जायसवाल/ वाराणसी: काशी अद्भुत है…काशी निराली है..काशी के कण कण में विराजे महादेव चमत्कारिक हैं. बाबा विश्वनाथ के इस शहर के केदार खण्ड में विराजे तिलभांडेश्वर महादेव की महिमा अपरंपार है. इस शिवलिंग का आकार हर साल 1 तिल के बराबर बढ़ता है. धार्मिक कथाओं के अनुसार सतयुग से लेकर कलयुग तक ऐसा होता चला आ रहा है.
इस महाशिवलिंग में 9 ग्रह और 27 नक्षत विराजमान हैं. यही वजह है कि सावन के महीने में इस महाशिवलिंग के अभिषेक करने से सभी तरह के ग्रहों की शांति होती है. वाराणसी के पाण्डेय हवेली इलाके में गलियों के मध्य स्थित यह मंदिर जमीन से करीब 80 फीट ऊपर है. कहा जाता है कि इस मंदिर में विराजे तिलभांडेश्वर महादेव की आकृति विशाल है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तिलभांडेश्वर के दर्शन और जलाभिषेक से भैरवी यातना से भी मुक्ति मिलती है.
तिलभांडेश्वर है स्वयं भू शिवलिंग
काशी के विद्वान पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस महाशिवलिंग पर जलाभिषेक से हर तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. इसलिए सावन के महीने में यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. यह शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है.
ऋषि विभांडा ने किया था तप
कथाओं के अनुसार विभांडा ऋषि इसी जगह तप करते थे. तप के दौरान वो तिल को घड़े में डालते थे. वहीं घड़ा जब जमीन पर गिरा तो घड़े के तिल से शिवलिंग की उत्पत्ति हुई. इसलिए इन्हें तिलभांडेश्वर नाम से जाना जाता है. काशी खण्ड पर आधारित पुस्तक काशी खंडोक्त में इसका विस्तृत वर्णन है.
भक्तों की मनचाही मुरादें होती है पूरी
यहां भक्त बाबा को दूध, गंगा जल, बेलपत्र, धतूरा, मदार की माला, भांग आदि अर्पित करते हैं. कहा जाता है कि इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनचाही मुराद पूरी करते हैं.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18, Sawan MonthFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 13:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed