बहुत खास हैं यूपी के कुल्लड़ वाले गुलाब जामुन अंग्रेज भी थे इस जायके के दीवाने

Mirzapur Gulab Jamun: यूपी के मिर्जापुर में ऐसे गुलाब जामुन मिलते हैं, जो आपको कहीं और नहीं मिलेंगे. आज हम आपको इन्हीं खास गुलाब जामुन के बारे में बताने वाले हैं.

बहुत खास हैं यूपी के कुल्लड़ वाले गुलाब जामुन अंग्रेज भी थे इस जायके के दीवाने
मुकेश पाण्डेय/मिर्जापुर: गुलाब जामुन (Gulab Jamun) का ख्याल आते ही मुंह में पानी आ जाता है. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) जिले के बरकछा का गुलाब जामुन भी बहुत खास है. पहले के जमाने में इस गुलाब जामुन को लेकर अंग्रेज लंदन तक जाया करते थे. अपने अनोखे स्वाद और क्वालिटी के लिए आज भी इसकी डिमांड सबसे ज्यादा है.शुद्ध खोये से इस गुलाब जामुन को बनाया जाता है. कई दशक बीत जाने के बाद भी क्रेज उसी तरह से आज भी बरकरार है. मिट्टी के बर्तन में दिया जाता है गुलाब जामुन मिर्जापुर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर मिर्जापुर-सोनभद्र मार्ग पर बरकछा कलां स्थित है. बरकछा कलां का गुलाब जामुन अपनी गुणवत्ता व मिट्टी के बर्तन के लिए खास पहचान रखता है. बरकछा कलां में 6 से 7 गुलाब जामुन के दुकानदार है. यहां पर 10 रुपये से लेकर 12 रुपये पीस में गुलाब जामुन मिलता है. गुलाब जामुन की बिक्री होने से दूध के व्यवसाय को भी काफी बढ़ावा मिल रहा है. अंग्रेज गुलाब जामुन लेकर जाते थे लंदन बरकछा कलां गांव के रहने वाले विकास तिवारी ने बताया कि बरकछा कलां के गुलाब जामुन में प्रकृति का योगदान है. यहां का गुलाब जामुन शुद्ध खोए से बनाया जाता है. गुलाब जामुन में मैदा नाम मात्र का मिलाया जाता है. शुद्धता होने की वजह से इसकी क़्वालिटी बढ़ जाती है. अंग्रेजों के शासनकाल में शुद्धता और गुणवत्ता की वजह से इसे अंग्रेज लंदन लेकर जाते थे. आज भी इसकी गुणवत्ता वैसे ही बरकरार है. इस वजह से डिमांड भी कम नहीं हुआ. गुलाब जामुन चखने के बाद स्वाद के हो जाएंगे मुरीद दुकानदार रोशन जायसवाल ने बताया कि बरकछा का गुलाब जामुन दशकों से फेमस है. मिर्जापुर-सोनभद्र मार्ग पर आने-जाने वाले लोग बिना स्वाद चखे नहीं जाते हैं. यही नहीं साथ में सगे- संबंधियों को लेकर भी आते हैं. मुम्बई, कोलकाता, दिल्ली आदि जगहों से लोग इस स्वाद चखने के लिए आते है. Tags: Food, Local18, Mirzapur newsFIRST PUBLISHED : June 15, 2024, 18:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed