बांग्लादेश से सटे जिले में DEO का ये कैसा फरमान जिसने बढ़ा दिया सियासी तापमान

Kishanganj News: बिहार के मुस्लिम बहुल जिले किशनगंज के डीईओ नासिर हुसैन ने अपने निर्देश में कहा है कि जिले में संचालित निजी विद्यालयों में उर्दू की पढ़ाई नहीं हो रही है, जबकि यह जिला अल्पसंख्यक बहुल है. इसे लेकर उन्होंने किशनगंज के कांग्रेस विधायक और सांसद के साथ जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की हुई बैठक का हवाला देते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया है.

बांग्लादेश से सटे जिले में DEO का ये कैसा फरमान जिसने बढ़ा दिया सियासी तापमान
हाइलाइट्स प्राइवेट स्कूलों में भी बच्चों को पढ़ाएं उर्दू, किशनगंज डीईओ का निर्देश. डीईओ के फरमान के बाद जिले के निजी विद्यालय संचालकों में आक्रोश. किशनगंज/आशीष कुमार सिन्हा. बांग्लादेश से सटे बिहार के किशनगंज जिला में अब निजी विद्यालयों को उर्दू की पढ़ाई करवानी होगी. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी नासिर हुसैन ने एक आदेश जारी किया है. अपने आदेश में उन्होंने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की हुई एक बैठक का हवाला देते हुए जिले के सभी CBSE बोर्ड वाले प्राइवेट स्कूलों से उर्दू पढ़ाने का निर्देश दिया है. डीईओ के निर्देश के का निजी स्कूलों ने विरोध किया है, वहीं बीजेपी ने कहा कि यह फैसला किसी भी सूरत में थोपने नहीं दिया जाएगा. डीईओ के जारी पत्र में कहा गया है कि जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में किशनगंज विधायक इजहारुल हसन और सांसद डॉ जावेद आजाद ने कहा है अल्पसंख्यक बाहुल्य जिला होने के बावजूद निजी विद्यालयों में उर्दू की पढ़ाई नहीं होने की बात कहकर कार्रवाई के लिए कहा था. जिला शिक्षा पदाधिकारी नासिर हुसैन ने जारी आदेश में लिखा है कि सभी CBSE बोर्ड वाले निजी विद्यालयों को उर्दू शिक्षा हासिल करने वाले इच्छुक छात्रों के लिए पूरी व्यवस्था कर जिला शिक्षा विभाग को अनुपालन प्रतिवेदन जमा करवाने हैं. किशनगंज के डीईओ नासिर हुसैन ने जारी किया निर्देश. डीईओ के निर्देश के बाद इस पर विभिन्न हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है. शहर के एक नामी-गिरामी प्राइवेट स्कूल के ट्रस्टी तिलोकचंद जैन ने बताया कि ऐसा पत्र अभी प्राप्त नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा आदेश आता है तो ऐसा संभव नहीं है. उन्होंने अपने तर्क में कहा, अंग्रेजी माध्यम का हमारा स्कूल है, जिसमें लगभग सभी छात्र अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने के लिए ही दाखिला करवाते हैं. ऐसे में कोई इक्का दुक्का छात्र को उर्दू पढ़ने की रुचि है तो अलग से उर्दू के लिए इतनी बड़ी व्यवस्था करना संभव ही नहीं है. सरकार को ही चाहिए कि अंग्रेजी और उर्दू मिक्स के बढ़िया स्कूल खोले. वहीं, बीजेपी जिला अध्यक्ष सुशांत गोप ने ऐसे किसी आदेश थोपने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई बोर्ड के कानून से देश का जो भी स्कूल चलते हैं, उसे बिहार के किशनगंज में नहीं बदला जा सकता. यह किसी भी सूरत में मान्य नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा कि सीबीएसई के निर्धारित नियमों के आधार पर ही विद्यालयों में पढ़ाई होनी चाहिए न कि किसी तरह का दबाव बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सीबीएसई से निबंधित विद्यालयों में जबरदस्ती उर्दू थोपने की कोशिश की जाती है तो भारतीय जनता पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी. Tags: Bihar latest newsFIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 10:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed