इस महिला को भा गई बैंगन की खेती कमाई के मामले में बड़े किसानों को पीछे छोड़ा

Brinjal Farming: वैसे तो माया किसान बहुत सारी फसलों की खेती करती हैं. लेकिन, वह इस वक्त बैंगन की खेती कर रही हैं. उनका कहना है कि बैंगन की खेती से उनको बहुत अच्छा मुनाफा हो रहा है. वह पूर्ण रूप से जैविक खेती करती हैं.

इस महिला को भा गई बैंगन की खेती कमाई के मामले में बड़े किसानों को पीछे छोड़ा
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक ऐसी महिला किसान है, जिनको शायद ही कोई कृषि क्षेत्र में जानता न हो. इन्होंने कृषि के दम पर न सिर्फ अपनी आर्थिक स्थिति ठीक की. बल्कि चार बच्चों को पढ़ा लिखा भी रही हैं. वैसे तो माया किसान बहुत सारी फसलों की खेती करती हैं. लेकिन, वह इस वक्त बैंगन की खेती कर रही हैं. उनका कहना है कि बैंगन की खेती से उनको बहुत अच्छा मुनाफा हो रहा है. वह पूर्ण रूप से जैविक खेती करती हैं. जैविक खेती में क्या-क्या करती हैं इस्तेमाल? माया महिला किसान ने बताया है कि वह खाद खुद से बनाती हैं. इसको बनाने के लिए वह गाय का गोबर, गोमूत्र में बेंसन आदि सामग्री मिला कर बनाती हैं. इससे फसलों को कोई नुकसान नहीं होता और पैदावार भी बढ़ जाती है. बैंगन कितने दिनों में होता है तैयार कितना मुनाफा! माया ने बताया है कि बैंगन के पौधों में एक से डेढ़ महीने में बैंगन फलने शुरू हो जाते हैं. और दो महीने तक पूरे तैयार हो जाते हैं. एक बीघे में लगभग 2 क्विंटल तक हो जाते है, जो लगभग 70 से 80 हजार तक के धन होते हैं. वहीं अगर लागत की बात करे तो मात्र 15 से 20 हजार में एक बीघा का खर्च आता है. इन पौधों में हर सप्ताह 3 से 4 हजार का बैंगन तैयार हो जाता है. यह सिलसिला लगातार 6 माह तक चलता है. इन स्थानों पर किया गया है सम्मानित! माया देवी को उनकी बेहतर खेती के लिए बहराइच कृषि विज्ञान केंद्र में सम्मानित भी किया जा चुका है. इसके अलावा उनको हरियाली के लिए भी सम्मान मिला है. माया देवी के परिवार में पति एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है, व चार बेटे हैं. पति ट्रैक्टर चलाने का काम करते हैं, जो ट्रैक्टर खेती की कमाई से चार लाख डाउन पेमेंट पर लिया है. इससे पहले माया देवी के पति ट्रक ड्राइवर हुआ करते थे. माया की सूझबूझ और अच्छी खेती ने आज माया को न सिर्फ खुद का एक ट्रैक्टर दिया, बल्कि उन्होंने अपना घर मकान भी अच्छा बनवा लिया. और चारों बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रही हैं. Tags: Agriculture, Bahraich news, Kisan, Local18FIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 11:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed