डबल गेम खेल रहा है रूस पाकिस्तान को लेकर पूर्व मेजर जनरल का बड़ा खुलासा
डबल गेम खेल रहा है रूस पाकिस्तान को लेकर पूर्व मेजर जनरल का बड़ा खुलासा
15 अगस्त से ठीक पहले पाकिस्तान को सुपरकैम S250 ड्रोन बेचने पर भारत के भरोसेमंद दोस्त देश रूस की काफी किरकिरी हो रही है. इस डील के बारे में कहा जा रहा है कि इससे भारत के हितों को काफी नुकसान पहुंचेगा. ऐसे में न्यूज 18 हिंदी ने भारत के पूर्व मेजर जनरल हर्ष कक्कड़ और रक्षा मामलों के जानकार कमर आगा से इसी डील को लेकर बात की. पढ़ें यह रिपोर्ट
नई दिल्ली. 15 अगस्त के एक दिन पहले पाकिस्तान इतराने लगा है. इसकी वजह है कि भारत के सबसे भरोसेमंद दोस्त रूस की एक कंपनी से पाकिस्तान ने गुपचुप तरीके से सुपरकैम S250 ड्रोन खरीद लिए हैं. इस खबर के आने के बाद से ही भारत में तरह-तरह की बातें होने लगी हैं. भारत के डिफेंस एक्सपर्ट्स ने अब इस डील को लेकर बड़ा खुलासा किया है. रक्षा मामलों के जानकारों का कहना है कि इस डील से भारत का कुछ बिगड़ने वाला नहीं है. हां, पाकिस्तान थोड़ा इतरा जरूर सकता है.
दरअसल, रूस ने पाकिस्तान को सुपरकैम ड्रोन की एक खेप दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात भी निकलकर सामने आ रही है कि इस ड्रोन के सहारे पाकिस्तान भारत बोर्डर एरिया में तस्करी करना शुरू कर दिया है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस ड्रोन से पाकिस्तान भारत की जासूसी करेगा. लेकिन, रक्षा मामलों के जानकारों की मानें तो इससे भारत का कुछ बिगड़ने वाला नहीं है.
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भारत के पूर्व मेजर जनरल हर्ष कक्कड़, जो कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट में रणनीतिक अध्ययन विभाग का प्रमुख भी रहे हैं. न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘जहां तक इस डील से खतरे की जो बात हो रही है, उसमें कोई वास्तविकता नहीं है. चाहे हम हों पाकिस्तान हो या चाइना. सब एक-दूसरे की सैटेलाइट से नजर रखते हैं. ड्रोन्स हर देश इस्तेमाल करता है. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस हर देश इस्तेमाल करता है. जैसे, कुछ साल पहले अरुणाचल प्रदेश में चाइना ने भारतीय सीमा में मुवमेंट किया था, उसको हमारे सैटेलाइट ने नहीं, यूएस के सैटेलाइट ने पकड़ा था. तो ऐसे मोनिटरिंग में पाकिस्तान को चीन की सैटेलाइट मदद कर रही है.’ रूस की एक कंपनी ने पाकिस्तान को सुपरकैम ड्रोन की एक खेप दिया है. (photo-RuAviation)
क्या भारत के हितों का नुकसान पहुंचेगा?
‘हमलोग की अपनी भी सैटेलाइट है और यूएस की सैटेलाइट भी हमको मदद कर रही है. अब हमारे पास अलग-अलग किस्म के ड्रोन्स हैं, एयरक्राफ्ट्स हैं, जो फ्लाई कर फोटोग्राफ्स लेते हैं. हर चीज हमारे पास है. पाकिस्तान के पास एक नया आ गया है या आ जाए तो इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है. ये है कि जहां गैप्स हैं वह संभव है भरेगा. कुछ खास सिनारियो चेंज नहीं होगा.’
पाकिस्तान के जासूसी करने के सवाल पर हर्ष कक्कड़ कहते हैं, ‘पाकिस्तान हमारा क्या जासूसी करेगा? हमारे पास ड्रोन्स हैं, इलेक्ट्रॉनिक इक्यूपमेंट्स हैं सब कुछ है, जिससे हम मॉनिटर करते हैं. पाकिस्तान के पास भी वही सिस्टम है मॉनिटर करने की. मेरे पास इतना है कि वो सोच भी नहीं सकता. आपको गैप्स मिलेंगे नहीं आप क्या जासूसी करेंगे? ये बोर्डर के पास इतना नहीं लाएंगे कि हम शूटडाउन कर सकेंगे.’
क्या रूस, भारत के हित के विरोध में जाएगा?
कक्कड़ आगे कहते हैं, ‘जहां तक रूस की इस कंपनी की बात है तो हमारे देश की भी कई कंपनी ड्रोन्स, गन और हथियार कई देश को बेच रहे हैं. ये तो कोई भी कंपनी करेगी. अगर कंपनी बाहर बेचेगी नहीं तो कंपनी चलेगी कैसे? इसमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हां, इतना फर्क पड़ेगा कि आपके पास एक नया इक्यूपमेंट आ गया. ये आर्म्स ड्रोन नहीं हैं. ये सर्विलांस के लिए ड्रोन्स हैं. हमलोग ऑपरेशन्स में आजकल ड्रोन्स इस्तेमाल कर रहे हैं. जंगल इलाके में आपको ड्रोन्स से कितना इनपुट मिलेगा? अभी भी इनके पास टर्की और चीन के ड्रोन्स हैं. भारत को इससे कुछ नहीं बिगड़ने वाला है.’ भारत के साथ रूस कोई भी ऐसा कदम नहीं उठा सकता, जिससे भारत का हित प्रभावित हो.
रूस के साथ दोस्ती और पीछे से ड्रोन्स बेचने पर भारत के रक्षा मामलों के एक और जानकार कमर आगा कहते हैं, रूस भारत के हित को पूरी तरह से प्रोटेक्ट करता है. हमारे प्रधानमंत्री मोदी से भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंध हैं. जहां तक रूस ने यह ड्रोन क्यों बेचा है ये मालूम नहीं है. लेकिन, मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि रूस, भारत के साथ कोई भी ऐसा कदम नहीं उठा सकता है, जिससे भारत का हित प्रभावित हो. रूस वो हथियार पाकिस्तान को नहीं बेचता है, जिससे भारत को नुकसान का खतरा हो. अभी तक तो ऐसा ही चला आ रहा है.’
भारत के साथ रूस की दोस्ती अटूट
कुलमिलाकर पाकिस्तान को सुपरकैम ड्रोन बेचने के पीछे एक कंपनी की माली स्थिति या फिर फायदे नजर आ रहा है. ड्रोन बनाने वाली कंपनी अनमैन्ड सिस्टम्स ग्रुप पाकिस्तान को ही नहीं, बल्कि नाइजीरिया, अंगोला, बेलारूस, कजाकिस्तान और उजबेकिस्तान को भी सुपरकैम S250 ड्रोन बेचे हैं. इन देशों में भी इसका इस्तेमाल कमांड, स्टाफ ट्रेनिंग, बॉर्डर एरिया में निगरानी और सैन्य गतिविधियों में किया जा रहा है.
Tags: India drone, India Russia bilateral relations, Pakistan armyFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 20:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed