ये फसल नहीं किसानों का है ATM! एक बार बुआई से कर सकते हैं 10 महीने तक कमाई
ये फसल नहीं किसानों का है ATM! एक बार बुआई से कर सकते हैं 10 महीने तक कमाई
Brinjal Farming: फर्रुखाबाद के सुरजुपुर गांव के रहने वाले किसान विष्णु ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है. लेकिन, उन्हें खेती- किसानी का बहुत ही अच्छा ज्ञान है. आज वह कम जमीन पर जैविक खाद का इस्तेमाल कर बैंगन की खेती कर रहे हैं. इससे वह 10 हजार रुपये की लागत लगाकर हजारों रुपये की कमाई कर रहे हैं.
फर्रुखाबाद /सत्यम कटियार: हर किसान अपनी आय में आय वृद्धि चाहते है. इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी करता है. ऐसा ही एक किसान विष्णु है, जो फर्रुखाबाद का निवासी है. उन्होंने अपने खेतों में बैंगन की फसल उगाई है. इससे उन्हें कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है.
फर्रुखाबाद के सुरजुपुर गांव के रहने वाले किसान विष्णु ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है. लेकिन, उन्हें खेती- किसानी का बहुत ही अच्छा ज्ञान है. आज वह कम जमीन पर जैविक खाद का इस्तेमाल कर बैंगन की खेती कर रहे हैं. इससे वह 10 हजार रुपये की लागत लगाकर हजारों रुपये की कमाई कर रहे हैं. इस फसल को एक बार लगाने पर 6 से 10 माह तक कमाई कर सकते हैं. क्योंकि, यह फसल लंबे समय तक खेत में लगी रहती है.
बंपर आमदनी
स्थानीय स्तर पर बैंगन की बिक्री इतनी अधिक हो रही की, जिले के खरीददार खेत से फसल को खरीद लेते हैं. अब अन्य जिलों से भी डिमांड आ रही है. बैगन की बिक्री करने के साथ ही इसके पौधे को सुखाकर ईंधन के रूप में प्रयोग होता है. इससे एक महीने में ही पचास हजार रुपये की बंपर आमदनी हो रही है. इनका कहना है कि जरूरी नहीं है कि खेती के लिए अधिक भूमि हो. कम भूमि पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
डबल फसल तैयार करने का क्या है तरीका
किसान विष्णु ने बताया कि वह कम भूमि पर एक साथ कई फसलों को लगाते हैं. इसके लिए वह नगदी फसल पर ज्यादा फोकस करते हैं. इसके लिए वह खेत में प्रति पौधा एक मीटर की दूरी पर रोप देते हैं. जब पौधा बढ़ा हो जाता है, तब बीच की भूमि पर समय से सिंचाई करते रहते हैं. इस समय वह बैंगन की बिक्री कर रहे हैं. जब फसल खत्म हो जाती है, तो पौधों की जैविक खाद बनाकर प्रयोग करते हैं.
बैंगन की खेती मुनाफे का सौदा
लोकल 18 को विष्णु ने बताया कि उन्होंने अपने खेत में बैंगन की खेती जब से शुरू की है, तब से एक महीने में ही 50 से 70 हजार रुपये की कमाई हो रही है. उनके पास एक बीघा जमीन है, जिसमें वह नकदी फसलों की बुवाई करते है.
Tags: Agriculture, Farrukhabad news, Kisan, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 09:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed