UNSC में चीन के नापाक इरादों पर भारत का जवाब- कुख्यात आतंकी का बचाव क्यों ये मनमानी बंद हो
UNSC में चीन के नापाक इरादों पर भारत का जवाब- कुख्यात आतंकी का बचाव क्यों ये मनमानी बंद हो
MEA on China: भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब तक एक साथ मिलकर आवाज नहीं उठा सका है. दुनिया के कुछ सबसे कुख्यात आतंकवादियों से संबंधित वास्तविक और साक्ष्य-आधारित लिस्टिंग प्रस्तावों को रोक दिया जा रहा है. चीन ने गुरुवार को पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल करने के भारत के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है.
हाइलाइट्स'यूएनएससी में प्रस्ताव को बेवजह होल्ड और ब्लॉक करने की प्रवृत्ति बंद हो' 'ठोस सबूतों के बावजूद अब्दुल रऊफ अजहर के खिलाफ प्रस्ताव रोका गया'
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी के समर्थन में चीन के कदम का भारत ने कड़ा विरोध जताया है. दरअसल चीन ने गुरुवार को पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल करने के भारत के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब तक एक साथ मिलकर आवाज नहीं उठा सका है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, आतंकवाद से निपटने के लिए दोहरा चरित्र नहीं होना चाहिए. बिना किसी ठोस कारण के यूएनएससी में प्रस्ताव को होल्ड और ब्लॉक करने की प्रवृत्ति बंद होनी चाहिए. आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर से जुड़े प्रस्ताव को चीन के टेक्निकल होल्ड द्वारा रोके जाने के मुद्दे पर यूएन में भारत की स्थाई प्रतिनिधि ने इस पर देश का रूख स्पष्ट किया है और चिंता व्यक्त की है.
हमें बेहद खेद है कि आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर की लिस्टिंग को लेकर चीन ने टेक्निकल होल्ड लगाया है.
‘आतंकवाद को लेकर दोहरे मापदंड क्यों?’
भारत सरकार ने कहा कि, यह सबसे खेदजनक है कि दुनिया के कुछ सबसे कुख्यात आतंकवादियों से संबंधित वास्तविक और साक्ष्य-आधारित लिस्टिंग प्रस्तावों को रोक दिया जा रहा है. दोहरे मापदंडों और लगातार राजनीतिकरण ने प्रतिबंध समिति की विश्वसनीयता को अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर कई आतंकवादी हमलों में सक्रिय रूप से शामिल था. जिसमें 1999 में भारतीय एयरलाइंस का अपहरण, 2001 में भारतीय संसद पर आतंकी हमला, 2014 में कठुआ में भारतीय सेना के शिविर और 2016 में पठानकोट एयरबेस पर अटैक जैसी घटनाएं शामिल हैं.
भारत-अमेरिका ने दो हफ्ते पहले अब्दुल रऊफ अजहर को आतंकियों की लिस्ट में सूचीबद्ध किए जाने का प्रस्ताव दिया था. अब्दुल रऊफ अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर का छोटा भाई है और भारत के सबसे वांछित आतंकियों में से एक है. हालांकि इस प्रस्ताव से 14 अन्य सदस्य देश सहमत थे कि लेकिन अकेला चीन ही इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा था.
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Tags: China india, UNSCFIRST PUBLISHED : August 12, 2022, 17:41 IST