भारतीय टूरिस्टों की मौज! बिना वीजा के इंडियंस को बुलाने की तैयारी में यह देश

रूस और भारत इसे मूर्त रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं. जून में शुरू होने वाली यह चर्चा मॉस्को और नई दिल्ली के बीच पर्यटन संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. रूसी आर्थिक विकास मंत्रालय के बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग और विशेष परियोजना विभाग की निदेशक निकिता कोंद्रायेव ने समझौते को लेकर कई जानकारी सामने रखी.

भारतीय टूरिस्टों की मौज! बिना वीजा के इंडियंस को बुलाने की तैयारी में यह देश
India-Russia: भारत औऱ रूस की दोस्ती किसी छिपी नहीं है. दोनों देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे के साथ हमेशा खड़े रहते हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भी पश्चिमी देशों के भारी दबाव के बावजूद भी भारत ने रूस से कच्चे तेल की आयात बंद नहीं की थी, लेकिन हम यहां इसकी कुछ भी चर्चा नहीं करने वाले. दरअसल बात यह है कि दोनों देशों के बीच मुक्त वीजा पर्यटन की चर्चा चल रही है और आशा जताई जा रही है कि इस पर साल के अंत तक समौझेते भी हो जाएंगे. इसकी जानाकारी रूस केआर्थिक विकास मंत्रालय ने दी. जानकारी मिली है कि रूस और भारत इसे मूर्त रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं. जून में शुरू होने वाली यह चर्चा मॉस्को और नई दिल्ली के बीच पर्यटन संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. रूसी आर्थिक विकास मंत्रालय के बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग और विशेष परियोजना विभाग की निदेशक निकिता कोंद्रायेव ने समझौते को लेकर कई जानकारी सामने रखी. कज़ान में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच “रूस-इस्लामिक वर्ल्ड: कज़ानफोरम 2024” के मौके पर बोलते हुए, मंत्री ने बताया कि मसौदा समझौते पर पहली चर्चा जून में होने वाली थी, और साल के अंत तक हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस पर चर्चे का उद्देश्य स्पष्ट है, वीजा मुक्त टूरिज्म के पर्यटन के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ाना है. कोंद्रायेव ने बोलते समय इस बात पर जोर दिये कि इस पहल का इरादा दोनों देशों के बीच वीजा-मुक्त पर्यटक आदान-प्रदान है. चीन और ईरान के साथ यह पहल पहले से ही चालू है. विशेष रूप से, रूस और चीन ने पिछले वर्ष 1 अगस्त को अपने वीज़ा-मुक्त समूह टूरिज्म की शुरुआत की थी, इसी दिन ईरान के साथ भी इसी तरह की पहल की गई थी. हाल में मॉस्को में 2023 में व्यापारिक पर्यटकों की भारी आमद देखी गई, जो कुल 3.7 मिलियन थी. यह 2022 की तुलना में 7% ज्यादा है. रूस की यात्रा करने वाले देशों में भारत एक ऐसा देश है, गैर-सीआईएस देशों में से एक है. 2023 में कुल 60,000 भारतीय रूस पहुंचे थे, जो 2022 की तुलना में एक चौथाई अधिक है. यह वृद्धि दर्शाती है कि भारतीय टूरिस्टों की रूस की यात्रा और रूसी पर्यटकों की भारत की यात्रा में दोनों देशों के पारस्पर प्रकृति को दिखाती है. Tags: India russia, RussiaFIRST PUBLISHED : May 19, 2024, 24:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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