नेपाली छात्रों के लिए शिक्षा का केंद्र बन रहा भारत शैक्षणिक संबंध मजबूत
नेपाली छात्रों के लिए शिक्षा का केंद्र बन रहा भारत शैक्षणिक संबंध मजबूत
विश्वेश्वर आचार्य ने कहा कि भारत पड़ोसी देश है और यहां पर जो शिक्षा की गुणवत्ता है, वह बहुत बेहतर है. भाषा समझने में भी नेपाली लोगों को कोई दिक्कत नहीं होती है. ऐसे में पढ़ाई करने के लिए यह उनके लिए सबसे उपयुक्त देश है.
कानपुर: कानपुर में आयोजित हुई टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट पर इंटरनेशनल कांफ्रेंस में देश और दुनिया भर से बड़े शिक्षाविद शहर पहुंचे. इस दौरान नेपाल की नावेल अकेडमी पोखरा से आए सोशल एंटरप्रेन्योर और शिक्षाविद् विश्वेश्वर आचार्य ने कहा कि भारत देश नेपाल के छात्रों के लिए शिक्षा ग्रहण करने के लिए सबसे अच्छी जगह है.
उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी देश है और यहां पर जो शिक्षा की गुणवत्ता है, वह बहुत बेहतर है. भाषा समझने में भी नेपाली लोगों को कोई दिक्कत नहीं होती है. ऐसे में पढ़ाई करने के लिए यह उनके लिए सबसे उपयुक्त देश है. दोनों देशों की सरकारों के बच्चे यहां पर बड़ी संख्या में आकर पढ़ सके इसके लिए कवायद करनी चाहिए.
नेपाल और भारत की सरकार करें कवायद
विश्वेश्वर आचार्य ने कहा कि दोनों पड़ोसी देश है, जिनके संबंध मधुर है. बड़ी संख्या में इंपॉर्टेंट एक्सपोर्ट का कार्य भी किया जाता है. साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी भारत लगातार बढ़ रहा है. नेपाल के छात्र बड़ी संख्या में भारत आकर पढ़ाई भी कर रहे हैं. लेकिन, कई बार पढ़ाई के लिए यहां आवेदन करने में छात्रों को कई दिक्कतें होती हैं. इस वजह से बड़ी संख्या में छात्र यहां आकर पढ़ाई नहीं कर पाते. ऐसे में दोनों देशों की सरकारों को ऐसी कवायद करने की जरूरत है कि छात्रों को शिक्षा लेने में कोई दिक्कत न हो. वह आसानी से यहां पर आकर पढ़ाई कर सके.
नेपाल और भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे
आचार्य ने कहा कि छात्रों को स्टूडेंट विजा आसानी से मिल सके. इसके लिए दोनों देशों को कवायद करनी चाहिए. इससे भारत देश में बाहर से आने वाले छात्रों की संख्या में भी इजाफा होगा. नेपाल और भारत के रिश्ते भी मजबूत होंगे. नेपाल के छात्रों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए मदद मिलेगी. क्योंकि, भारत में हिंदी भाषा बोली जाती है जो नेपाली लोग आसानी से समझ जाते हैं. उन्हें यहां पढ़ने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है. यहां पर पढ़ाई करके नेपाल के छात्रों के पास देश और दुनिया में विभिन्न जगह करियर बनाने का भी सुनहरा अवसर रहेगा.
नेपाल के दौरे पर गए थे कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक
आपको बता दें कि कानपुर विश्वविद्यालय भी लगातार बाहरी छात्रों को यहां बुलाने के लिए काम कर रहा है. इस साल नेपाल से एक छात्रा ने कानपुर विश्वविद्यालय में दाखिला भी लिया है. वहीं, अभी कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक नेपाल के दौरे पर भी गए थे. इस दौरान उन्होंने नेपाल के छात्रों को कानपुर विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए वहां की सरकार से बातचीत की थी. यहां पर दाखिले का प्रोसीजर सिंपल करने के लिए भी काम किया जा रहा है. ताकि, बड़ी संख्या में छात्र यहां पर आकर शिक्षा ले सके.
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Tags: Kanpur news, Local18FIRST PUBLISHED : May 1, 2024, 15:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed