IC814: क्या सोचते थे आडवाणी पूर्व रॉ चीफ दुलत ने डोभाल के बारे में खोला राज

IC184 The Kandahar Hijack: 1999 में एयर इंडिया के विमान अपहरण की घटना पर आधारित वेब सीरीज IC184 The Kandahar Hijack के बहाने कई खुलासे हो रहे हैं. इस बीच पूर्व रॉ चीफ दुलत ने उस वक्त देश के गृह मंत्री एलके आडवाणी के बारे में कई खुलासे किए हैं.

IC814: क्या सोचते थे आडवाणी पूर्व रॉ चीफ दुलत ने डोभाल के बारे में खोला राज
IC184 The Kandahar Hijack: निर्देशक अनुभव सिन्हा की आईसी 184 द कंधार हाइजैक सीरीज के बहाने इस वास्तविक घटना के बारे हर रोज कई नए-नए खुलासे हो रहे हैं. यह सीरीज वर्ष 1999 की एयर इंडिया की आईसी 184 उड़ान को आतंकवादियों द्वारा हाइजैक किए जाने की वास्तविक घटना पर आधारित है. विमान के अपहरण, विमान में सवार यात्रियों की रिहाई के बदले तीन खूंखार आतंकवादियों को छोड़ने, तत्कालीन सरकार के रुख, खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की राय जैसी तमाम चीजें हैं जिसके बारे में परत दर परत खुलासे हो रहे हैं. अब ताजा खुलासा उस वक्त खुफिया एजेंसी रॉ के चीफ रहे अमरजीत सिंह दुलत ने किया है. उन्होंने उस वक्त देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी की सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखने वाले लालकृष्ण आडवाणी और अजित डोभाल के बारे में यह खुलाासा किया है. दुलत ने एक इंटरव्यू में कहा कि उस वक्त जो कुछ हुआ उसको लेकर अजित डोभाव को अफसोस होगा क्योंकि वह एलके आडवाणी के नक्शेकदम पर चलने वाले इंसान हैं. वह आडवाणी की तरह सोचते थे. जैसा आडवाणी ने महसूस किया होगा वैसा ही कुछ अजित डोभाल ने महसूस किया होगा… आडवाणी क्या चाहते थे जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आडवाणी हाईजैकर्स की डिमांड मानने के खिलाफ थे? क्या वह तीन खूंखार आतंकवादियों जिसमें मसूद अजहर भी शामिल था, को छोड़ने के खिलाफ थे? तो इस पर एएस दुलत ने कहा- ‘हां’, लेकिन, आप इस मामले में बुरी तरह उलझ चुके थे. आपको एक काम दिया गया था और आपने वो काम किया. अजित कोई भी काम कर सकते हैं. वे एक खांटी पेशेवर हैं. उनकी मानसिक स्थिति की बात करें तो उन्होंने कहा था कि ‘ये क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है.’ दुलत ने कहा कि हाईजैकर्स से बातचीत के लिए चार लोगों को भेजा गया था. ये चारों बेहतरीन अफसर थे. इसमें अजित डोभाल के अलावा आईबी के नेहचल संधु और रॉ से सीडी सहाय और आनंद अर्नी थे. मुझे पता है कि यह कोई आसान काम नहीं था. यह एक मुश्किल समय था क्योंकि तालिबान के साथ हमारा कोई राजनयिक संबंध नहीं था. डोभाल का कॉल दुलत ने आगे कहा कि हाईजैकर्स से बातचीत शुरू होने के छह दिन बाद डोभाल ने उनको कॉल किया और कहा था कि वे चारों भी संभवतः सुरक्षित नहीं हैं. 30 दिसंबर की उस कॉल को याद करते हुए दुलत कहते हैं- अजित ने कहा कि हम खुद संभवतः सुरक्षित नहीं हैं. चीजें उनके हाथ से निलक रही थी. हाईजैकर्स की एक ही मुख्य डिमांड थी, जो पहले दिन से थी मसूद अजहर. दुलत ने कहा कि हाईजैकर्स की पहले 105 मांगें थीं. 30 दिसंबर को कैबिनेट की अहम बैठक होने वाली थी. इस बैठक के बारे में अजित डोभाल को पता था. संभवतः इसी कारण उन्होंने फोन पर कहा कि प्लीज इसको सुलझाइए. जल्दी करिए, क्योंकि हमें नहीं पता कि क्या होने वाला है. तालिबान कहा रहा है कि आप लोग मामले को सुलझाइए या फिर यहां से चले जाइए. Tags: Air india, Ajit Doval, LK AdvaniFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 20:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed