महाराष्ट्र का सियासी संकटः शिवसैनिकों के हमले के डर से सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट किए गए बागी विधायक
महाराष्ट्र का सियासी संकटः शिवसैनिकों के हमले के डर से सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट किए गए बागी विधायक
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले विधायकों को सूरत से अचानक आधी रात को गुवाहाटी शिफ्ट करने पर अटकलों का दौर गर्म है. खबरें हैं कि गुजरात पुलिस की इंटेलिजेंस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ शिवसैनिक एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं. इसके लिए लगभग 50 गाड़ियों में भरकर शिवसैनिक मुंबई से सूरत पहुंच गए हैं.
सूरत. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले विधायकों को आधी रात के बाद सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट कर दिया गया. रात करीब 2 बजे उन्हें बसों में बिठाकर सूरत एयरपोर्ट लाया गया, और विमान के जरिए गुवाहाटी पहुंचा दिया गया. दो दिन से सूरत के फाइव स्टार होटल में ठहरे विधायकों के इस तरह अचानक दूसरे राज्य में शिफ्ट करने पर सवाल उठ रहे हैं. पूछा जा रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो रातोंरात विधायकों को ढाई हजार किलोमीटर दूर ले जाना पड़ा. गुजरात पुलिस के खुफिया सूत्रों से आई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों पर शिवसैनिकों के हमले का खतरा था, जिसे देखते हुए ये फैसला किया गया.
शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे और उनके साथी विधायक इस वक्त महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के लिए खतरा बने हुए हैं. महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनावों में पर्याप्त संख्या बल न होने के बावजूद भाजपा की 5 सीटों पर जीत के तुरंत बाद शिंदे और कई विधायक गुजरात में सूरत के एक होटल में आ गए थे. वहां कई और विधायक उनके पास पहुंचे. एएनआई के मंगलवार के वीडियो में शिंदे के साथ 35 विधायक होटल में नजर आए थे. गुवाहाटी पहुंचकर एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ शिवसेना के 40 विधायक हैं. उन्होंने ये भी दावा किया कि 10 और विधायक जल्द उनके साथ आ सकते हैं. गुवाहाटी एयरपोर्ट पर इन विधायकों को रिसीव करने के लिए बीजेपी के विधायक सुशांत बोरगोहेन और भाजपा सांसद पल्लव लोचन दास पहुंचे थे.
बागी विधायकों को सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट करने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. इस बीच, खबरें हैं कि मुख्य रूप से तीन वजहों के चलते विधायकों को गुवाहाटी ले जाया गया. रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि गुजरात पुलिस की इंटेलिजेंस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ शिवसैनिक एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं. इसके लिए लगभग 50 गाड़ियों में भरकर शिवसैनिक मुंबई से सूरत पहुंच गए हैं. हालांकि सूरत के होटल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी, लेकिन फिर भी शिवसैनिकों के हंगामे का खतरा बना हुआ था.
विधायकों को गुवाहाटी ले जाने के पीछे एक वजह ये हो सकती है कि ये मुंबई से दूर है. ऐसे में शिवसैनिकों के वहां पहुंचने की संभावना कम है. दूसरी बात ये कि असम में भी गुजरात की तरह बीजेपी की सरकार है. वहां पर महाराष्ट्र के इन बागी विधायकों को खतरे की आशंका नहीं रहेगी. गुवाहाटी आने पर एकनाथ शिंदे सुकून और आत्मविश्वास से भरे नजर आए थे. विधायकों के साथ वह एयरपोर्ट पर खिलखिलाते दिखे. उनकी बॉडी लैंग्वेज देखकर साफ था कि वह किसी हड़बड़ी में नहीं हैं. चेहरे पर सुकून और शांति थी. आत्मविश्वास के साथ वह गुवाहाटी पहुंचे.
बहरहाल, मुंबई में शिवसेना के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि उनकी एकनाथ शिंदे से एक घंटे तक फोन पर बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि शिंदे हमारी पार्टी के पुराने सदस्य हैं. हमारे दोस्त हैं. हमने दशकों तक साथ में काम किया है. एक-दूसरे को छोड़ना न तो उनके लिए आसान है और न ही हमारे लिए. संजय राउत ने दावा किया कि जो विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं, उनसे बातचीत चल रही है, सब शिवसेना में रहेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एक जुझारू पार्टी है. हम लगातार संघर्ष करेंगे. ज्यादा से ज्यादा हम सत्ता खो देंगे लेकिन हम लड़ते रहेंगे.
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Tags: CM Uddhav Thackeray, Guwahati, Maharashtra, ShivsenaFIRST PUBLISHED : June 22, 2022, 12:04 IST