सहारनपुर का किसान उगा रहा विदेशी नस्ल का आम शुगर मरीज भी ले सकते हैं स्वाद
सहारनपुर का किसान उगा रहा विदेशी नस्ल का आम शुगर मरीज भी ले सकते हैं स्वाद
Himsagar Aam: हिमसागर का आकार काफी बड़ा होता है. हिमसागर आम दिखने में पीला और नारंगी नजर आता है. यह आम 300 से 600 ग्राम तक के होते हैं. हिमसागर आम खाने में ज्यादा मीठा नहीं होता. इसलिए इसको शुगर के मरीज भी आसानी से खा सकते हैं. अपने बेहतरीन स्वाद और खुशबूदार सुगंध के चलते हिमसागर आम को दुनियाभर में सभी आमों से ऊपर रखा गया है.
सहारनपुर /अंकुर सैनी: सहारनपुर जनपद आम की पैदावार से लेकर उसके स्वाद के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. सहारनपुर के आम का स्वाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सभी चख चुके हैं. लेकिन, सहारनपुर के एक किसान ने विदेशी आम हिमसागर की खेती शुरू की है. किसान भरतवीर ने हिमसागर आम के विदेश से कुछ पेड़ मंगाए हैं. विदेश से मंगाए गए आम के छोटे पेड़ों पर फल आना भी शुरू हो गया है.
हिमसागर का आकार काफी बड़ा होता है. हिमसागर आम दिखने में पीला और नारंगी नजर आता है. यह आम 300 से 600 ग्राम तक के होते हैं. हिमसागर आम खाने में ज्यादा मीठा नहीं होता. इसलिए इसको शुगर के मरीज भी आसानी से खा सकते हैं. अपने बेहतरीन स्वाद और खुशबूदार सुगंध के चलते हिमसागर आम को दुनियाभर में सभी आमों से ऊपर रखा गया है. हिमसागर आम को आमों का राजा भी कहा जाता है. इसकी अधिक पैदावार थाईलैंड या फिर ताइवान में की जाती है. भारत में वेस्ट बंगाल में इसकी बागवानी काफी अधिक संख्या में की जा रही है.
हिमसागर आम के फायदे
1- कब्ज की होने वाली समस्याओं में हिमसागर आम में मौजूद विटामिन C और फाइबर जैसे गुण पाचन शक्ति को मजबूत बनाते हैं. जिससे कब्ज जैसी भयानक समस्या से शरीर का बचाव होता है.
2- आंखों की लगातार घट रही रोशनी के लिए हिमसागर आम का इस्तेमाल करें. क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है. जिससे हमारी आंखों की रोशनी में और बढ़ोतरी होती है.
3- हिमसागर आम में भरपूर मात्रा में आयरन मौजूद होता है, जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है.
4- हिमसागर आम में मौजूद फाइबर से हमारे शरीर का वजन सामान्य रहता है. तथा बालों के लिए भी बहुत ही उपयोगी होता है. हृदय स्वस्थ रहता है.
5- हिमसागर आम में मौजूद एंटी-अस्थमैटिक गुण से दमा जैसे रोगों से भी बचाव होता है.
Tags: Agriculture, Kisan, Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 12:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed