कहीं नहीं मिलेगा चिकन-मटन का ऐसा स्वाद 70 साल से कायम स्पेशल मसाले का जादू

उन्होंने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे में उनका परिवार भारत आ गया था. फिर गोरखपुर में उनके पिता ने एक छोटी सी दुकान की शुरुआत की, जहां पर चिकन, मटन और रोटी-चावल दिया जाता था. धीरे-धीरे समय बीतता गया और उनके ग्राहकों की संख्या बढ़ती गई. इस बीच उनके पिता का निधन हो गया लेकिन उनके हाथों से तैयार किए गए शानदार मसाले और चिकन-मटन की रेसिपी आज भी जिंदा है. होटल को वह और उनके भाई मिलकर चलाते हैं.

कहीं नहीं मिलेगा चिकन-मटन का ऐसा स्वाद 70 साल से कायम स्पेशल मसाले का जादू
रजत भट्ट. उत्तर प्रदेश का गोरखपुर खानपान के लिए भी खासा मशहूर है. यहां कई ऐसे होटल और रेस्टोरेंट हैं, जो दशकों से ग्राहकों को लाजवाब स्वाद परोस रही हैं. जिला अस्पताल रोड स्थित एक ऐसी ही दुकान के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जो पिछले 70 सालों से एक ही जैसा टेस्ट अपने कस्टमर को दे रही है. लोग इस दुकान को दानाराम सिंधी होटल के नाम से जानते हैं. यहां के रेग्युलर कस्टमर इस बात की तस्दीक करते हैं कि आज भी इस दुकान की नॉनवेज डिशेज़ का स्वाद वही है, जैसा दशकों पहले परोसा जाता था. यहां आज भी जायके में वही खुशबू और रंगत दिखाई देती है. गोरखपुर में जिला अस्पताल रोड से गुजरते ही लाजवाब स्वाद की ऐसी खुशबू आने लगती है, जो अपनी ओर खींचती है. ये खुशबू किसी और की नहीं बल्कि दानाराम सिंधी होटल पर बन रही नॉनवेज डिशेज़ की होती है. लोकल 18 की टीम जब होटल पहुंची, तो मालिक प्रीतम दास आहूजा कुकर में प्याज भुनते नजर आ रहे थे. जब हमने उनसे बात की, तो उन्होंने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे में उनका परिवार भारत आ गया था. फिर गोरखपुर में उनके पिता ने एक छोटी सी दुकान की शुरुआत की, जहां पर चिकन, मटन और रोटी-चावल दिया जाता था. धीरे-धीरे समय बीतता गया और उनके ग्राहकों की संख्या बढ़ती गई. इस बीच उनके पिता का निधन हो गया लेकिन उनके हाथों से तैयार किए गए शानदार मसाले और चिकन-मटन की रेसिपी आज भी जिंदा है. होटल को वह और उनके भाई मिलकर चलाते हैं. मसाले में छिपा है स्वाद का खजाना प्रीतम आहूजा बताते हैं कि उनके पास चार लोग काम करते हैं लेकिन आज भी मटन बनाने का काम वह और उनके भाई करते हैं. स्वाद का कुछ खास राज नहीं है. वह बाजार का मसाला इस्तेमाल नहीं करते. उनके पिता ने अपने कुछ मसालों की एक स्पेशल रेसिपी तैयार की थी, जिसको आज तक फॉलो किया जा रहा है. वह एक बार में 10 से 20 किलो मसाले तैयार करके रख लेते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास मीट दो प्याजा, कीमा कलेजी, चिकन दो प्याजा, कीमा कोरमा, मटन चुस्त मिलता है. इन सभी के दाम 100 रुपये से लेकर 300 रुपये तक होते हैं. Tags: Food, Food 18, Gorakhpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 17:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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