गाजियाबाद की गरीब बेटियों लिए फरिश्ता बनीं ये महिलाएं चलाती हैं पाठशाला
गाजियाबाद की गरीब बेटियों लिए फरिश्ता बनीं ये महिलाएं चलाती हैं पाठशाला
गाजियाबाद की वैशाली स्थित एक सोसाइटी की महिलाओं ने गरीब बच्चों के लिए खोली पाठशाला. इस पाठशाला में सोसाइटी के घरों में काम करने वाली मेड की बेटियां पढ़ती हैं. इसकी शुरुआत के पीछे की कहानी भी दिलचस्प है.
विशाल झा/गाज़ियाबाद: गाजियाबाद के वैशाली स्थित रामप्रस्थ ग्रीन सोसाइटी में महिलाओं का समूह गरीब बच्चियों के लिए फरिश्ता बना हुआ है. जी, हां इस सोसाइटी में काम करने वाली मेड की बेटियों को शिक्षा मिल सके इसके लिए सोसाइटी की महिलाएं मिलकर लड़कियों को शिक्षित कर रही हैं.
महिलाएं रोजाना एक पाठशाला चलाती हैं, जिसमें किसी स्कूल के मानकों के तर्ज पर काम किया जा रहा है. विद्यालय में सबसे पहले प्रार्थना होती है. इसके बाद बच्चे अपना होमवर्क अपने शिक्षक को दिखाते है. खास बात यह है कि यहां पर ड्रेस कोड भी बनाया हुआ है.
आपको बता दें कि मेड की बेटियों को पढ़ाने वाली सोसाइटी की महिलाएं इस पाठशाला को बेटी बचाओ पाठशाला कहती हैं. शुरुआत में यह पाठशाला सोसाइटी के पार्क में लगती थी लेकिन गर्मी को देखते हुए अब एक टावर के बेसमेंट रूम में लगती है.
इस पाठशाला का ख्याल सबसे पहले सोसाइटी में रहने वाले आर.पी अरोरा को आया था. उन्होंने अपने घर काम करने वाली मेड की बेटी से उसके पढ़ाई न करने का कारण पूछा तो बच्ची ने कहा कि मां पर बहुत कर्जा है. उसने बताया कि इस कर्ज को चुकाने के लिए वह मां के साथ काम करती है. बस उसी दिन के बाद सोसाइटी की हर एक मेड से उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए पूछा गया. सभी की सहमति मिलने के बाद पाठशाला शुरू किया गया.
कर्जे के कारण छूट गई थी पढ़ाई अब हों पा रही पूरी
यहां सिर्फ शुरुआती शिक्षा देकर खानापूर्ति नहीं की जाती बल्कि बाद में इन बच्चियों का स्कूल में एडमिशन भी कराया जाता है. अगर किसी बच्ची को आगे पढ़ाई जारी रखनी है तो उसका खर्च भी सोसाइटी के लोग ही मिलकर वहन कर रहे है.
मकनपुर में रहने वाली क्रांति ने बताया कि उनकी बड़ी बहन की शादी हो गई थी और परिवार कर्जे में चला गया था, इससे उसकी पढ़ाई छूट गई थी. उसने बताया कि सोसाइटी की महिलाओं ने हम सभी बच्चों के लिए पाठशाला खोली और अब मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रही हूं.
Tags: Education system, Local18FIRST PUBLISHED : May 23, 2024, 15:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed