220 साल पहले बना था यूपी का यह कलेक्ट्रेट जानें कौन थे यहां के पहले कलेक्टर
220 साल पहले बना था यूपी का यह कलेक्ट्रेट जानें कौन थे यहां के पहले कलेक्टर
Aligarh Collectorate: यूपी के अलीगढ़ कलेक्ट्रेट की स्थापना 1अगस्त 1804 में हुई थी. उस समय ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलीगढ़ जिले का गठन किया और प्रशासनिक व्यवस्था को स्थापित करने के लिए कलेक्ट्रेट का निर्माण किया. उस समय अंग्रेज अधिकारी क्लाउड रसेल यहां के प्रारंभिक कलेक्टरों में शामिल थे.
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ कलेक्ट्रेट की स्थापना 19वीं सदी के प्रारंभ में 1अगस्त 1804 में को हुई थी. यहां जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलीगढ़ जिले का गठन किया और प्रशासनिक व्यवस्था को स्थापित करने के लिए कलेक्ट्रेट का निर्माण किया. इसी समय क्लाउड रसेल जैसे अधिकारी अलीगढ़ के प्रारंभिक कलेक्टरों में शामिल थे, जिन्होंने जिले के प्रशासन को संगठित करने और कानून व्यवस्था को लागू करने में अहम भूमिका निभाई.
एएमयू के प्रेफेसर ने बताया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर एमके पुंडीर ने बताया कि अलीगढ़ कलेक्ट्रेट उत्तर प्रदेश का प्रमुख प्रशासनिक केंद्र है. जहां जिले के विकास, कानून व्यवस्था और जनसेवा से संबंधित सभी प्रमुख कार्यों का संचालन होता है. इसका इतिहास 19वीं सदी के ब्रिटिश शासनकाल से जुड़ा है. जब अलीगढ़ जिले की स्थापना की गई और यहां प्रशासनिक गतिविधियों के संचालन के लिए कलेक्ट्रेट का गठन हुआ.
जानें कौन थे अंग्रेज अधिकारी
अलीगढ़ के शुरुआती कलेक्टरों में क्लाउड रसेल का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन 1800 के दशक में जिले का प्रशासनिक कार्यभार संभाला. रसेल के नेतृत्व में जिले में कानून व्यवस्था को स्थापित करने और राजस्व संग्रह प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए.
जानें इस कलेक्ट्रेट का इतिहास
क्लाउड रसेल के प्रयासों ने अलीगढ़ को एक संगठित प्रशासनिक ढांचा प्रदान किया, जो आज भी जिले के प्रशासन में आधारभूत भूमिका निभाता है. अलीगढ़ कलेक्ट्रेट अपने ऐतिहासिक महत्व के साथ जिले के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बना हुआ है, जहां राजस्व, भूमि, और अन्य प्रशासनिक सेवाओं का प्रबंधन होता है.
जानें कैसे है भवन का डिजाइन
प्रोफेसर एमके पुंडीर ने आगे बताया कि अलीगढ़ कलेक्ट्रेट की इमारत ऐतिहासिक और स्थापत्य दृष्टि से महत्वपूर्ण है, जिसका निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान किया गया था. यह इमारत 19वीं सदी की औपनिवेशिक वास्तुकला की छवि को दर्शाती है, जिसमें यूरोपीय शैली का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. भवन का डिजाइन उस समय की प्रशासनिक इमारतों की तरह विशाल और प्रभावशाली है, जिसमें ऊंची छतें, बड़े हॉल, और ठोस संरचना शामिल हैं.
जानें क्यों इतनी मजबूत हैं दीवरें
कलेक्ट्रेट की इमारत का निर्माण स्थानीय और यूरोपीय निर्माण सामग्रियों के मिश्रण से किया गया था, जो इसे उस दौर के अन्य सरकारी भवनों से विशिष्ट बनाता है. इसकी प्रमुख विशेषताओं में पत्थर की मजबूत दीवारें, मेहराबदार खिड़कियां, और स्तंभयुक्त प्रवेश द्वार शामिल हैं, जो इमारत को एक भव्य रूप देते हैं. यहां समय के साथ भवन का कई बार नवीनीकरण और विस्तार हुआ, लेकिन इसकी मूल औपनिवेशिक शैली अब भी संरक्षित है.
यह इमारत न केवल प्रशासनिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अलीगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर का एक प्रतीक भी है, जो जिले के प्रशासनिक इतिहास को जीवंत रखती है.
Tags: Aligarh Muslim University, Aligarh news, Historical monument, Local18FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 08:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed