परिवार से ज्यादा प्रकृति को प्यार सुनिए ग्रीन मैन ऑफ यूपी प्रदीप की कहानी

प्रदीप ने लोकल 18 को बताया कि साल 2014 में जब पापा की वर्कशॉप पर गया, तो पता लगा कि गाड़ियों में से निकलने वाला जो धुआं है, वो एक घातक रूप ले सकता है. फिर तभी से सलाह -मशविरा लेकर पौधे ज्यादा से ज्यादा लगाने का सुझाव लोगों ने दिया और इसके अलावा और कोई भी विकल्प नहीं मिला.

परिवार से ज्यादा प्रकृति को प्यार सुनिए ग्रीन मैन ऑफ यूपी प्रदीप की कहानी
गाजियाबाद. देश-विदेश में जलवायु परिवर्तन चिंता का सबब बना हुआ है. बढ़ती गर्मी या फिर मौसम का अचानक से बदल जाना प्रकृति के उथल-पुथल की गवाही दे रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के प्रदीप ढालिया वर्षों से प्रकृति के लिए कार्य कर रहें हैं. बचपन से ही प्रदीप को प्रकृति के प्रति एक विशेष लगाव रहा. इसके बाद फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. प्रदीप के पिता पेशे से कार मैकेनिक हैं. ऐसे में वह उनके वर्कशॉप पर जाते रहते थे. बचपन से ही उन्हें प्रकृति के प्रति एक अलग लगाव रहा. प्रदीप को लोग ‘ग्रीन मैन ऑफ यूपी’ के नाम से भी जानते हैं. वह अब तक हजारों पौधे लगा चुके हैं और लोगों को भी प्रकृति के प्रति जागरूक करते हैं. प्रदीप ने लोकल 18 को बताया कि साल 2014 में जब पापा की वर्कशॉप पर गया, तो पता लगा कि गाड़ियों में से निकलने वाला जो धुआं है, वो एक घातक रूप ले सकता है. फिर तभी से सलाह -मशविरा लेकर पौधे ज्यादा से ज्यादा लगाने का सुझाव लोगों ने दिया और इसके अलावा और कोई भी विकल्प नहीं मिला. उन्होंने कहा कि वह अब तक कई कैंपेन चला चुके हैं, जिसमें पौधे लगाने का कार्य सबसे प्रमुख तौर से किया जाता है. प्रदीप ट्री बैंक चलाते हैं, जहां से कोई भी निशुल्क पौधा ले सकता है. बस शर्त यह होती है कि आपको पौधा लगाने के बाद उसकी जीपीएस लोकेशन भेजनी होती है. भारत को प्लास्टिक फ्री करने की मुहिम प्लास्टिक फ्री इंडिया को लेकर प्रदीप कई बार अभियान चला चुके हैं. 2014 में हरिद्वार से लेकर यात्रा भी की थी, जिसमें प्लास्टिक को लेकर जागरूकता के लिए उन्होंने काम किया था. इसके अलावा प्रदीप हर वर्ष प्लास्टिक फ्री कांवड़ यात्रा भी चलाते हैं क्योंकि अगर गंगा या नदियों में प्लास्टिक गिरता है, तो यह प्रकृति को ही नुकसान पहुंचाता है. इसको लेकर जागरूकता के लिए यह काम किए जाते हैं. Tags: Ghaziabad News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 16:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed