किसान ध्यान दें! सब्जी की खेती को गर्मी से बचाने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय
किसान ध्यान दें! सब्जी की खेती को गर्मी से बचाने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय
35 डिग्री तक का तापमान सब्जियों के लिए मुफीद माना जाता है. इससे अधिक होने पर किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इसीलिए कुछ आसान उपाय अपनाकर किसान बढ़ते हुए तापमान से अपनी सब्जी की खेती को बचा सकते हैं .
सौरभ वर्मा/रायबरेली: लगातार पड़ रही भीषण गर्मी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त होने के साथ ही जीव जंतु पेड़ पौधे भी गर्मी से बेहाल हैं. तो वहीं इस गर्मी से किसान भी बेहाल हैं. क्योंकि लगातार पड़ रही भीषण गर्मी से खेती किसानी करने वाले किसान को अपनी फसले बचाना बेहद चुनौती पूर्ण काम है. इस मौसम में अधिकतर किसान बागवानी फसलों यानी सब्जियों की खेती करते हैं. जो मुख्य रूप से बेल या लता वर्गीय होती हैं. भीषण गर्मी और लू में यह सब्जियां सूखने लगते हैं. जिससे किसानों को काफी नुकसान होता है.
कृषि के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के सहायक विकास अधिकारी दिलीप कुमार सोनी ( बीएससी एजी) बताते हैं कि जून-जुलाई के महीने में तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिससे सभी परेशान हैं. ऐसे में बागवानी की खेती यानी सब्जियों की खेती करने वाले किसान हों या घर में किचन गार्डन लगाने वाले लोग सभी को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि गर्मी अधिक पड़ने व तेज लू चलने के कारण बेल व लता वर्गीय पौधों के फूल फल व परागण झड़ने लगते हैं. जिसका सीधा असर फसल की पैदावार पर पड़ता है. जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है .इससे बचाव के लिए किसान कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं.
अपनाएं यह उपाय
LOCAL 18 से बात करते हुए एडीओ एजी दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि 35 डिग्री तक का तापमान सब्जियों के लिए मुफीद माना जाता है. इससे अधिक होने पर किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इसीलिए कुछ आसान उपाय अपनाकर किसान बढ़ते हुए तापमान से अपनी सब्जी की खेती को बचा सकते हैं.
1. किसान खेत में नमी बनाए रखें. इसके लिए किसान नियमित समय अंतराल पर खेत की सिंचाई करते रहें.
2. फसल की बुवाई या रोपाई के समय ऐसे बीज का चयन करें, जो गर्मी के अनुरूप हो.
3. खेत के आसपास गर्म हवा रोकने के लिए शीशम सागवान या छायादार वृक्षों को लगा दें.
4. रासायनिक उर्वरकों की जगह जैविक उर्वरकों या फिर गोबर खाद का उपयोग अधिक करें. क्योंकि यह मिट्टी के बड़े हुए तापमान को नियंत्रित करने में कारगर होतीहै.
5. पौधे से फल फूल वह परागण को झड़ने से बचाने के लिए किसान ग्रोथ रेगुलेटर प्लानोफिक्स दवा 20 पीपीएम को 1 एमएल लगभग 4.5 लीटर पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करते रहें. जिससे बड़े हुए तापमान और लू का असर पौधों पर नहीं पड़ेगा.
इन उपायों को अपनाकर किसान बड़े हुए तापमान में भी अपने फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और अधिक पैदावार भी प्राप्त कर सकते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 14:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed