उस महारानी को कहा जाता था फैशन की देवीसैंडल में जड़वाए करोड़ों के हीरे-मोती
उस महारानी को कहा जाता था फैशन की देवीसैंडल में जड़वाए करोड़ों के हीरे-मोती
ये वो महारानी थीं जो हर मामले में बोल्ड थीं. पहले तो सगाई तोड़ दी. फिर घर से भागकर शादी की. फैशन की देवी कही जाती थीं. यूरोप में पार्टियां देती थीं. सैंडल में जड़वाए करोड़ों के हीरे मोती. कौन सी महारानी थीं वो
हाइलाइट्स जिससे प्यार किया उसकी इमेज प्ले बॉय की थी महारानी को यूरोप में पार्टियां देने का बहुत शौक था ग्वालियर के युवराज से तोड़ी थी बचपन में हुई सगाई
ये ऐसी महारानी थीं जो हर मामले में बोल्ड थीं. पहले तो उन्होंने ग्वालियर के महाराजा से अपनी सगाई तोड़ दी. फिर मां-बाप की मर्जी के बगैर लव मैरिज की. उन्हें फैशन की देवी कहा जाता है. सही मायनों में शिफान की साड़ी को पापुलर करने वाली यही महारानी थीं. यूरोप में लोग उनके दीवाने थे. उनकी पार्टियां जोरदार होती थीं. उन्होंने ऐसी सैंडल्स यूरोप से बनवाईं, जिसमें करोड़ों के हीरे मोती जड़े गए थे.
भारत के महाराजा और महारानियों के किस्से भी गजब हैं. ये किस्सा कूच बिहार की महारानी इंदिरा देवी का है. वह अप्रतिम सुंदरी थीं. खासी फैशनपरस्त. इसलिए उन्हें फैशन की देवी भी कहा जाता था. उन्होंने इटली की एक जानी मानी जूता निर्माता कंपनी को 100 जोड़ी सैंडल बनाने का आर्डर दिया, जिसमें कुछ में हीरे और बेशकीमती रत्न लगाए गए.
महारानी इंदिरा देवी इतनी खूबसूरत थीं कि अपने जमाने में उन्हें देश की सबसे सुंदर महिला माना जाता था. वो जयपुर की महारानी गायत्री देवी की मां थीं. रानी को बनने संवरने का बहुत शौक था. विदेशी फैशन के वो लगातार टच में रहती थीं. रानी को जुए की लत थी. हॉलीवुड के कई स्टार रानी के अच्छे दोस्त थे, जिसमें से कई उसकी पार्टियों में शामिल होते रहते थे.
उन्होंने इटली की जिस कंपनी को सौ जोड़ी जूते बनाने का आर्डर दिया था. उसका नाम साल्वातोर फेरोगेमो था. ये कंपनी 20वीं सदी की सबसे फेमस डिजाइनर कंपनी मानी जाती थी. आज भी इस कंपनी के लग्जरी शो-रूम पूरी दुनिया में हैं.
खूबसूरती और शानदार पहनावे के लिए जानी जाती थीं
महारानी इंदिरा देवी बड़ौदा राज्य की राजकुमारी थीं. उन्होंने जमाने की सारी बंदिशें तोड़कर कूच बिहार के महाराजा जितेंद्र नारायण से लव मैरिज की थी. इंदिरा देवी हमेशा अपनी खूबसूरती और पहनावे को लेकर सजग रहा करती थीं. देश में सिल्क, शिफॉन साड़ियों को ट्रेंड बनाने का श्रेय उनको दिया जाता है. वह जब सज संवर कर तैयार होती थीं तो उनका रूप कहर ढाता था. महारानी इंदिरा देवी ने इटली की नंबर वन डिजाइनर कंपनी को 100 जोड़ी जूते बनाने का आर्डर दिया, जिसमें एक को हीरे और रत्न जड़कर तैयार करना था
साल्वातोर ने आत्मकथा में किया था महारानी का जिक्र
इटली के साल्वातोर फेरागेमो उनके पसंदीदा वेस्टर्न डिजाइनर्स में थे. साल्वातोर ने अपनी आत्मकथा में लिखा, एक बार महारानी ने उनकी कंपनी को जूते बनाने का आर्डर दिया, इसमें एक आर्डर इस तरह की सैंडल बनाने का था जिसमें हीरे और मोती जड़े हों. उन्हें ये हीरे और मोती अपने कलेक्शन के ही चाहिए थे. लिहाजा उन्होंने आर्डर के साथ हीरे और मोती भी भेजे.
राज भी चलाया
महारानी इंदिरा देवी 1892 में पैदा हुई थीं. 1968 में उनका निधन हुआ. उन्होंने 76 साल की जिंदगी पाई. पति महाराना जितेंद्र नारायण के निधन के बाद वो कूच बिहार राज्य की रिजेंट भी बनीं, क्योंकि उनका बेटा उस समय छोटा था.
प्यार के लिए ग्वालियर घराने से सगाई तोड़ी
महारानी इंदिरा की शादी की कहानी भी रोचक है. बड़ौदा के गायकवाड़ राजवंश से ताल्लुक रखने वाली इंदिरा की सगाई बचपन में ही ग्वालियर के होने वाले राजा माधो राव सिंधिया से पक्की हो चुकी थी. इस बीच वो अपने छोटे भाई के साथ 1911 में दिल्ली दरबार में गईं, वहीं उनकी मुलाकात कूचबिहार के तत्कालीन महाराजा के छोटे भाई जितेंद्र से हुई. कुछ ही दिनों में उन्हें उनसे प्यार हो गया और उन दोनों ने शादी का फैसला किया. इंदिरा देवी की शादी ग्वालियर के महाराजा से पक्की हो चुकी थी. इस बीच उन्हें कूचबिहार के महाराजा के छोटे भाई से प्यार हो गया, जिसकी इमेज प्लेबॉय की थी
इंदिरा को मालूम था कि उनके अभिभावकों को इसका पता लगेगा तो नाराज हो जाएंगे, क्योंकि इसमें कई मामले जुड़े हुए थे. इससे ग्वालियर के सिंधिया शासकों और बड़ौदा के बीच राजनीतिक संबंध बिगड़ जाएंगे. उस समय ग्वालियर राजघराना देश के विशिष्ट राजवंशों में था. शादी तोड़ने का मतलब था एक बड़े विवाद को खड़ा करना. वहीं जितेंद्र चूंकि महाराजा के छोटे भाई थे लिहाजा उनके राजा बनने के हालात भी नहीं नजर आ रहे थे.
खुद खत लिखा कि वो सगाई तोड़ रही हैं
तब इंदिरा देवी ने खुद साहस दिखाते हुए ये सगाई तोड़ दी, उस दौर में सोचा नहीं जा सकता था कि कोई 18 साल की राजकुमारी ऐसा भी कर सकती हैं. उन्होंने अपने मंगेतर को खत लिखा कि वो उनसे शादी नहीं करना चाहतीं. इसके बाद बड़ौदा में इंदिरा के पिता को ग्वालियर के महाराजा का एक लाइन का टेलीग्राम मिला, आखिर राजकुमारी के पत्र का क्या मतलब है. महारानी इंदिरा देवी ने खुद पत्र लिखकर ग्वालियर के महाराजा से शादी तोड़ी और फिर पेरेंट्स की मर्जी के खिलाफ जाकर कूचबिहार के जितेंद्र नारायण से लंदन में शादी की
इंदिरा देवी के पेरेंट्स बेटी के इरादों के बारे में जानकर स्तब्ध रह गए. हालांकि ग्वालियर के महाराजा इस मामले में बहुत शालीनता से पेश आए. उन्होंने फिर एक खत लिखकर इंदिरा के पेरेंट्स से कहा कि उनकी स्थिति समझ सकते हैं, इसके नीचे उन्होंने आपका बेटा लिखकर अपने हस्ताक्षर किए. हालांकि बेटी के कदम से अभिभावकों को गहरा झटका लगा था.
महारानी के मां-बाप इस लव मैरिज के सख्त खिलाफ थे
इंदिरा के अभिभावकों ने ग्वालियर के राजघराने से सगाई का टूट जाना तो किसी तरह स्वीकार किया लेकिन उन्हें कतई मंजूर नहीं था कि उनकी बेटी जितेंद्र से शादी करे. क्योंकि उसकी इमेज प्लेबॉय की थी. उन्होंने जितेंद्र को चेतावनी दी कि वो उनकी बेटी से दूर रहें. लेकिन ये सब कुछ काम नहीं कर सका.
क्योंकि जितेंद्र और इंदिरा आपस में शादी करने का पक्का मन बना चुके थे. महारानी इंदिरा देवी जयपुर की महारानी गायत्री देवी की मां थीं, जिन्हें दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं में गिना जाता था.
नाराज मां-बाप ने कहा घर छोड़ दो
आखिरकार उनके पेरेंट्स को ये बात माननी पड़ी. उन्होंने इंदिरा से घर छोड़कर लंदन जाने को कहा. जहां दोनों की शादी हुई. इंदिरा और जितेंद्र ने लंदन के एक होटल में शादी की, जिसमें इंदिरा के परिवार से कोई मौजूद नहीं था. यूरोप में महारानी इंदिरा देवी के बहुत से प्रशंसक थे. वहां वह खूब पार्टियां देती थीं. (फाइल फोटो)
उन्होंने ब्रह्म समाज के रीतिरिवाजों से शादी की. शादी के कुछ ही समय बाद जितेंद्र के बड़े भाई और कूच बिहार के महाराजा राजेंद्र नारायण गंभीर तौर पर बीमार पड़े और उनका निधन हो गया. फिर जितेंद्र कूच बिहार के महाराजा बने. इस दंपति का आगे का जीवन खुशनुमा रहा. उनके पांच बच्चे हुए. हालांकि बाद में ज्यादा शराब पीने से जितेंद्र का भी जल्दी ही निधन हो गया.
ज्यादा समय यूरोप में बीतता था
फिर लंबे समय तक कूच बिहार का राजकाज महारानी इंदिरा देवी ने ही पांच बच्चों के साथ संभाला. इंदिरा की प्रशासकीय क्षमता औसत थी लेकिन सोशल लाइफ में उनकी सक्रियता गजब की थी. उनका ज्यादा समय यूरोप में गुजरा करता था.
Tags: Cooch Behar, Love affair, Love Story, Royal Traditions, Royal wedding, Vadodara NewsFIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 10:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed