धान की रोपाई से पहले खेतों में डालें 168 रुपए वाली ये दवा कीड़े होंगे गायब

डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि किसान धान की फसल की रोपाई कर रहे हैं. धान की फसल में लगातार सिंचाई की जरूरत पड़ती है. ऐसे में धान की फसल की मिट्टी में मौजूद बहुत सारे कीट जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. जरूरी है कि धान की रोपाई से पहले मृदा उपचार कर लिया जाए.

धान की रोपाई से पहले खेतों में डालें 168 रुपए वाली ये दवा कीड़े होंगे गायब
शाहजहांपुर: इन दिनों किसान खरीफ की फसल धान की रोपाई कर रहे हैं, लेकिन धान की रोपाई करने से पहले किसान अगर मृदा का उपचार कर लें तो दीमक और जड़ों में लगने वाले अन्य कीटों से होने वाले नुकसान से अपनी फसल को बचाया सकता हैं. उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान अगर उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान द्वारा तैयार किए गए फफूंदी जनित जैविक उत्पाद का इस्तेमाल करें तो फसल को सुरक्षित किया जा सकता है. डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि किसान धान की फसल की रोपाई कर रहे हैं. धान की फसल में लगातार सिंचाई की जरूरत पड़ती है. ऐसे में धान की फसल की मिट्टी में मौजूद बहुत सारे कीट जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. जरूरी है कि धान की रोपाई से पहले मृदा उपचार कर लिया जाए ताकि धान की फसल को सुरक्षित रखा जा सके. कैसे करें इस दवा का इस्तेमाल? डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि भूमिगत कीटों की रोकथाम के लिए खेत की अंतिम जुताई करते समय 5 किलोग्राम ब्यूवेरिया बेसियाना और मेटाराइजियम एनिसोप्ली प्रति हेक्टेयर के हिसाब से गोबर की सड़ी हुई खाद में मिलाकर डाल दें. खेत को जोतने के बाद पाटा लगाकर समतल कर दें. बाद में पानी भर खेत को तैयार कर धान की रोपाई कर दें. एक किलो ब्यूवेरिया बेसियाना और मेटाराइजियम एनिसोप्ली की कीमत 168 रुपए निर्धारित की गई है, जिसे किसान उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान से आकर खरीद सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 16:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed