इस शख्स ने मूर्मिकला के क्षेत्र में बनाई अलग पहचान देश-विदेश में है डिमांड

धर्मेन्द्र प्रजापित पिछले 40 वर्षो से यह मूर्तिकार अपने हाथों से देवी-देवताओं की मुर्तियां बना रहे हैं. अपने घर को ही मूर्तियों का कारखाना बना रखा है. इस कार्य के लिए माटी पुरस्कार भी मिल चुका है. इनके हाथ से बनी मूर्तियों का देश-विदेश में सप्लाई होती है. धर्मेन्द्र को कला विरासत में मिली है. अपने पिता से ही मूर्तिकला की बारिकी को सीखकर कारोबार कर रहे हैं.

इस शख्स ने मूर्मिकला के क्षेत्र में बनाई अलग पहचान देश-विदेश में है डिमांड
इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा में एक मूर्तिकार इस कला को जीवंत रखने का काम पिछले चार दशकों से करते आ रहा है. पिछले 40 वर्षो से यह मूर्तिकार अपने हाथों से देवी-देवताओं की मुर्तियां बनाकर अपनी एक अलग पहचान बना लिया है. इस मूर्तिकार का नाम धर्मेद्र प्रजापति है, जो उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के कबीरगंज मुहल्ले में रहते है. धर्मेंद्र प्रजापति ने अपने घर को ही मूर्तियों का कारखाना बना रखा है. 2023 में मिल चुका है माटी पुरस्कार धर्मेंद्र प्रजापति को मूर्तिकला के लिए उत्तर प्रदेश के योगी सरकार की ओर से चलाई जा रही माटी कला योजना के तहत 2023 में माटी पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. उन्हें प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. धर्मेंद्र प्रजापति अपने मकान के नीचले हिस्से में निवास करते हैं और ऊपरी हिस्से पर बड़े पैमाने पर देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाने का काम करते हैं. धर्मेद्र के पिता भी मूर्तिकारी का काम करते थे. यह कला उनको विरासत में मिली है. पिता से मूर्तिकला की बारिकी को सीखकर इस कारोबार को तकनीकी रूप से करना शुरू कर आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. देश-विदेश में होती है मूर्तियाें की सप्लाई धर्मेंद्र का पूरा परिवार देवी-देवताओं की न केवल मूर्तियां बनाता है बल्कि देश और देश भी बड़े पैमाने पर  सप्लाई करते हैं. धर्मेन्द्र ने बताया कि पहले मिट्टी से मूर्ति तैयार की जाती है. उसके बाद रंग-रोगन कर बेहतर लुक तो दिया ही जाता है, साथ ही मूर्तियों में मोतियों का भी जुड़ाव किया जाता है. जिससे मूर्तियां और भी बेहतर देखने लगती है. धर्मेन्द्र के हाथ से बनी मूर्तियां उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई होती है. धमेन्द्र ने बताया कि दिल्ली, कानपुर, आगरा और लखनऊ के अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी मूर्तियां सप्लाई की जाती है. इसी से आजीविका चलती है. Tags: Etawah news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 19:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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