यूपी की इस महिला प्रधान का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम काम देखने गली-गली पहुंच
यूपी की इस महिला प्रधान का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम काम देखने गली-गली पहुंच
Firozabad News: ग्राम प्रधान निहारिका वर्मा ने कहा कि यूपी की वह पहली ऐसी महिला हैं, जिन्होने ऐसे कार्यों को किया है. उनकी चर्चा यूनिसेफ संस्था कर रही है. यूपी में सभी ग्राम पंचायतों में से सिर्फ उनकी ही ग्राम पंचायत को यूनिसेफ की टीम ने अपनी पत्रिका के लिए चुना है. पूरी टीम ने आकर गांवों में विकास कार्यों को देखा, जिसके बाद वह अपनी पत्रिका में उनके गांव और नाम को जगह देंगे.
धीर राजपूत, फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद में रहने वाली एक महिला प्रधान ने सरकारी नौकरी को छोड़ प्रधानी को चुना. अपनी ग्राम पंचायत में उन्होंने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि उनकी चर्चा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है. प्रधान ने गाँव में स्वच्छता से लेकर स्कूलों में शिक्षा के स्तर को काफी विकसित किया है. ग्राम पंचायत से होकर गुजरने वाली यमुना नदी की स्वच्छता को लेकर भी काफी अलग तरह से कार्य किए हैं. महिला प्रधान के इन कामों को लेकर युनिसेफ अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा गांवों में विकास कार्यों को देखा और यूनिसेफ पत्रिका में उनके नाम को प्रकाशित करने की बात कही. इससे देश-विदेश के लोग उनके कार्यों को देख अपने-अपने गांवों को विकसित कर सकें. अपने कार्यों से ये महिला प्रधान लोगों के लिए एक प्रेरणा बन चुकी हैं.
फिरोजाबाद के ग्राम पंचायत बसई मोहम्मदपुर की ग्राम प्रधान निहारिका वर्मा ने लोकल 18 से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रेजुएशन के साथ बीएड की पढ़ाई की है. वह शुरु में एक सरकारी टीचर बनना चाहती थीं. उनको सरकारी शिक्षक की नौकरी भी मिल गई. लेकिन, साल 2021 में उन्होंने प्रधानी का चुनाव लड़ा और जीत गईं. इसके बाद उनके मन में जनसेवा करने का भाव आया. उन्होंने सरकारी नौकरी को ठोकर मार अपनी ग्राम पंचायत में विकास कार्यों पर फोकस किया. उन्होंने देखा कि कई गांव ऐसे थे जहां जरा सी बारिश होने पर तालाबों का पानी सड़कों पर आ जाता था और घरों में घुस जाता था. इसके लिए उन्होंने कंपोजिट तैयार कराए और आज कहीं पर भी ये समस्या देखने को नहीं मिलती.
उन्होंने लड़कियों के पैदा होने पर लोगों को जागरूक किया और उनके जन्म लेने के बाद खुशियां मनाने के लिए परिवारों को प्रेरित किया. इसके बाद अब किसी के घर में लड़की पैदा होती है, तो वहां खुशियां मनाई जाती हैं. इसके अलावा उनके इलाके से होकर यमुना नदी बहती है, जिसकी स्वच्छता के लिए उन्होंने नालों के पानी से होकर जाने वाली गंदगी को जाल के जरिए रोका. वहीं, लोग घरों में रखी मूर्तियों को यमुना में विसर्जित करते थे उसे रोका और लोगों के लिए गढ्ढे खुदवाकर उसमें फिकवाना शुरू किया. इन कार्यों को देख कई बार जिले के अधिकारियों ने उनका सम्मान किया. आज उनके इन कार्यों की चर्चा अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ भी कर रही है. गांवों में आकर टीम ने सभी कार्यों को देखा है.
राज्यपाल के साथ कर चुकी हैं डिनर
ग्राम प्रधान निहारिका वर्मा ने कहा कि यूपी की वह पहली ऐसी महिला हैं, जिन्होने ऐसे कार्यों को किया है. उनकी चर्चा यूनिसेफ संस्था कर रही है. यूपी में सभी ग्राम पंचायतों में से सिर्फ उनकी ही ग्राम पंचायत को यूनिसेफ की टीम ने अपनी पत्रिका के लिए चुना है. पूरी टीम ने आकर गांवों में विकास कार्यों को देखा, जिसके बाद वह अपनी पत्रिका में उनके गांव और नाम को जगह देंगे. वहीं उन्होंने कहा कि इससे पहले वह अपने कार्यों के लिए कई तरह के पुरस्कार और सम्मान भी पा चुकी हैं. यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ भी उन्हें डिनर करने का अवसर मिल चुका है.
Tags: Firozabad News, Local18FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 12:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed