कांच की चूड़ियों पर ऐसे होती है कटिंग पहिए पर घिसकर तैयार की जाती है डिजाइन
कांच की चूड़ियों पर ऐसे होती है कटिंग पहिए पर घिसकर तैयार की जाती है डिजाइन
कारीगर एक मसालेदार पहिए पर चूड़ियों को सावधानी से रगड़ते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान हल्का पानी भी इस्तेमाल होता है ताकि पहिए की तेज़ी से घूमने के दौरान चूड़ी आसानी से रगड़कर डिज़ाइन तैयार कर सके.
फिरोजाबाद: ये शहर अपनी चूड़ियों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, लेकिन इन कांच की चूड़ियों पर की जाने वाली कटिंग भी एक अनोखी कला है. कारखानों से निकलने वाली चूड़ियों पर कारीगर अपने हाथों से कटिंग कर आकर्षक डिज़ाइन बनाते हैं.
शहर की गलियों में इस काम के लिए छोटे-छोटे अड्डे बने हैं, जहां सैकड़ों लोग इस शिल्प में लगे हुए हैं. यह काम अत्यंत सावधानी की मांग करता है, क्योंकि इसमें चूड़ी टूटने या हाथ में कांच चुभने का खतरा हमेशा बना रहता है.
मसालेदार पहिए पर कटिंग से बनती है कांच की चूड़ियों की डिज़ाइन
फिरोजाबाद के रसूलपुर इलाके में चूड़ी कटिंग का काम करने वाले कारीगर रामवीर सिंह ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वह पिछले दस सालों से चूड़ियों पर कटिंग का काम कर रहे हैं. कारखानों से मजबूत कांच की चूड़ियों को लाने के बाद इन्हें कटिंग अड्डों पर ले जाया जाता है, जहां कारीगर एक मसालेदार पहिए पर चूड़ियों को सावधानी से रगड़ते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान हल्का पानी भी इस्तेमाल होता है ताकि पहिए की तेज़ी से घूमने के दौरान चूड़ी आसानी से रगड़कर डिज़ाइन तैयार कर सके.
कांच की चूड़ियों के टूटने का डर
रामवीर सिंह ने बताया कि इस काम के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ती है. कटिंग से तैयार की गई चूड़ियों को बाजार में ले जाकर उन पर अलग-अलग तरह की पॉलिश की जाती है और उन्हें सुंदर तरीके से सजाया जाता है. कटिंग के काम के लिए उन्हें प्रति तोड़ा 30 से 35 रुपये की मजदूरी मिलती है, जिससे वह रोजाना 300 से 400 रुपये कमा लेते
Tags: Firozabad News, Local18FIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 14:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed