फिरोजाबाद में देवर्षि नारद का प्राचीन मंदिर उनके श्राप से आज भी खारा है पानी
फिरोजाबाद में देवर्षि नारद का प्राचीन मंदिर उनके श्राप से आज भी खारा है पानी
बताया जाता है कि एक समय देव ऋषि नारद पृथ्वी के भ्रमण पर निकले थे. तभी वह फिरोजाबाद के नारखी गांव के पास रुके थे. उस दौरान उन्होंने यहां लोगों को ईश्वर प्राप्ति का ज्ञान दिया था. जिसके बाद लोगों ने नारद मुनि का मंदिर इस जगह स्थापित कर दिया. तब से यहां लोग पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं.
धीर राजपूत/ फिरोजाबाद. उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में नारखी गांव में देवर्षि नारद का एक प्रसिद्ध मंदिर स्थित है. देव ऋषि के नाम पर ही गांव का नाम नारखी रखा गया है. मान्यताओं के अनुसार, महर्षि नारद यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं. वैसे तो हर दिन यहां श्रद्धालु आते हैं लेकिन सोमवार को काफी संख्या में भक्त यहां आकर पूजा-पाठ करते हैं. माना जाता है कि कभी देव ऋषि नारद यहां विश्राम के लिए रुके थे, तभी से इस जगह को नारदपुरी के नाम से जाना जाने लगा.
फिरोजाबाद से लगभग 22 किलोमीटर दूर बसे नारखी गांव में देवों के ऋषि नारद मुनि का मंदिर स्थित है. मंदिर के महंत देवेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि नारखी गांव में स्थापित यह मंदिर हजारों साल पुराना है. पूर्वजों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, बताया जाता है कि एक समय देव ऋषि नारद पृथ्वी के भ्रमण पर निकले थे. तभी वह फिरोजाबाद के नारखी गांव के पास रुके थे. उस दौरान उन्होंने यहां लोगों को ईश्वर प्राप्ति का ज्ञान दिया था. जिसके बाद लोगों ने नारद मुनि का मंदिर इस जगह स्थापित कर दिया. तब से यहां लोग पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं. पहले इस जगह को नारदपुरी के नाम से जाना जाता था, बाद में इसका नाम नारखी रख दिया गया.
नारद मुनि ने गांव को दिया श्राप
मंदिर की देखभाल करने वाले नारद मुनि के भक्त प्रेमपाल ने कहा कि ऐसा सुना जाता है कि नारद मुनि विश्राम के लिए यहां रुके थे, तब उनको प्यास लगी थी लेकिन पानी नहीं मिला, तो उन्होंने श्राप दे दिया कि गांव का पानी किसी के पीने योग्य नहीं रहेगा. तभी से गांव का पानी खारा हो गया है और इसे कोई नहीं पीता. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ब्रिटिशकाल के दौरान इस गांव पर आक्रमण करने के लिए अंग्रेज आए थे. गांव के पास एक सिरसा नदी बहती है, जहां आने पर नारद मुनि ने अंग्रेजों को अंधा कर दिया था और सभी अंग्रेज यहां से सीधा निकलकर चले गए. आज भी यहां कई सारे चमत्कार देखने को मिलते हैं.
Tags: Firozabad News, Hindu Temple, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 13:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed