सावन महीने में भगवान शंकर को भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें हो सकते हैं नाराज

भगवान शिव की उपासना करते समय उन्हें क्या अर्पित करना चाहिए क्या नहीं इस बात का भी खास ख्याल रखना चाहिए. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि सावन महीने में भोलेनाथ को क्या नहीं अर्पित करना चाहिए.

सावन महीने में भगवान शंकर को भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें हो सकते हैं नाराज
अयोध्या: धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक भगवान शंकर की उपासना के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. सावन माह के प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शंकर का जलाभिषेक करने से जीवन में आ रही तमाम तरह की परेशानी और रोग दोष से मुक्ति भी मिलती है. सावन महीने में कावड़ यात्रा भी निकाली जाती है. कहा जाता है इस महीने अगर सच्चे मन से भोलेनाथ की आराधना की जाए तो भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है. इतना ही नहीं भगवान शिव की उपासना के लिए कुछ नियम का भी उल्लेख किया गया है. कहा जाता है जिसका पालन करने से व्यक्ति को लाभ ही लाभ प्राप्त होता है. साथ ही भगवान शिव की उपासना करते समय उन्हें क्या अर्पित करना चाहिए क्या नहीं. इस बात का भी खास ख्याल रखना चाहिए. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि सावन महीने में भोलेनाथ को क्या नहीं अर्पित करना चाहिए . कुछ बातों का रखें खास ध्यान दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि सावन माह की शुरुआत इस वर्ष 22 जुलाई से हो रही है और इसका समापन 19 अगस्त को होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भोलेनाथ की उपासना के लिए सावन का महीना बहुत पवित्र माना जाता है. ऐसी स्थिति में सावन के महीने में भगवान भोले की पूजा आराधना करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. भूल कर भी न करें ये काम जैसे भगवान शंकर की पूजा आराधना करते समय शिवलिंग पर भूल कर भी सिंदूर और कुमकुम नहीं अर्पित करना चाहिए . धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक भगवान शंकर की पूजा आराधना करते वक्त कितनी का फूल भूल कर भी नहीं अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही कमल का पुष्प भी नहीं चढ़ाना चाहिए. भगवान शंकर की पूजा आराधना करते वक्त केवल श्वेत रंग का पुष्प ही अर्पित करना चाहिए . भगवान भोले को हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. इसलिए शिवलिंग पर स्त्री से संबंधित वस्तु कोई भी नहीं अर्पित करना चाहिए . भगवान भोले की पूजा आराधना करते वक्त शिवलिंग पर सिंदूर कुमकुम अथवा होली नहीं अर्पित करनी चाहिए यह सुहाग का प्रतीक माना जाता है ऐसा करने से भगवान शंकर क्रोधित होते हैं . सावन माह में भगवान शंकर की पूजा आराधना करते वक्त तुलसी के पत्ते का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए भगवान शिव की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल वर्जित माना जाता है . इसके अलावा आप भगवान शिव को नारियल अथवा नारियल का पानी भी नहीं अर्पित करना चाहिए क्योंकि नारियल को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है . Tags: Local18, Lord ShivaFIRST PUBLISHED : July 7, 2024, 20:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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