सालों से काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने वाले यादव बंधु इस बार क्यों हुए नाराज

Sawan 2024: दशकों पुरानी परंपरा के अनुसार, सावन के पहले सोमवार को यादव बंधु शहर के प्रमुख शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं. कथाओं के अनुसार एक बार पूरे देश में अकाल पड़ा था और हाहाकार मच गया था. तब यादव बंधुओ ने....

सालों से काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने वाले यादव बंधु इस बार क्यों हुए नाराज
अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: महादेव की नगरी काशी सावन के पहले सोमवार पर बम बम बोल रही है. देशभर के शिवभक्त यहां बाबा विश्वनाथ का दर्शन पाने में जुटे हैं और सुबह से दर्शन क्रम जारी है. दूसरी तरफ यादव बंधुओ ने भी दशकों पुरानी परंपरा का निर्वहन कर काशी के शिवालयों में जलाभिषेक किया. हालांकि, काशी विश्वनाथ मंदिर में सीमित संख्या में यादव बंधुओ की एंट्री से उनमें नाराजगी भी दिखी. गौरी केदारेश्वर और तिलभांडेश्वर में जलाभिषेक के बाद यादव बंधु जब गोदौलिया पहुंचे तो यादव बंधुओं ने हाथ में तख्ती लेकर काशी विश्वनाथ में सीमित संख्या को लेकर नाराजगी जताई और मंदिर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. अनिल यादव ने बताया कि हर साल यादव बंधु शहर के तमाम शिवालयों के साथ काशी विश्वनाथ में जलाभिषेक करते हैं लेकिन, इस बार सिर्फ 21 लोगों को ही मंदिर में जलाभिषेक की अनुमति दी गई थी जो पूरी तरह गलत है. तब पड़ा था अकाल बता दें कि दशकों पुरानी परंपरा के अनुसार, सावन के पहले सोमवार को यादव बंधु शहर के प्रमुख शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं. कथाओं के अनुसार एक बार पूरे देश में अकाल पड़ा था और हाहाकार मच गया था. तब यादव बंधुओ ने इस हाहाकार से छुटकारा दिलाने के लिए काशी के शिवालयों में सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक किया था. इसके बाद बारिश हुई और तब से यह परम्परा निरंतर चली आ रही है. डमरू दल और भोलेनाथ का स्वरूप रहा आकर्षण का केंद्र यादव बंधुओं के इस शोभायात्रा में डमरू दल और भगवान शिव के स्वरूप बने भक्त आकर्षण का केंद्र रहे. इस शोभायात्रा के दौरान पूरा काशी डमरू के गड़गड़ाहट से गूंजता रहा. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 15:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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