गर्मी के मौसम में करें 20 रुपए का ये उपाय गाय-भैंस को नहीं लगेगी गर्मी!
गर्मी के मौसम में करें 20 रुपए का ये उपाय गाय-भैंस को नहीं लगेगी गर्मी!
पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट डॉ शिवकुमार यादव ने बताया कि लगातार तापमान बढ़ रहा है. मौजूदा हाल में 43 से 44 डिग्री तक तापमान पहुंच चुका है. ऐसे में पशुओं को कई तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जरूरी है कि पशुओं का खान-पान और उनके आवास पर बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं ताकि पशुओं को गर्मी से बचाया जा सके.
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : लगातार बढ़ रहे तापमान से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है. लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लोग खुद को गर्मी से बचाने के लिए अपने खान-पान पर विशेष तौर पर ध्यान रख रहे हैं. ऐसे में लोग ज्यादातर तरल पदार्थ का ही सेवन करते हैं. वहीं ऐसे में पशुपालकों को अपने पशुओं का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है. लगातार बढ़ रहे तापमान से पशुओं को कई तरीके परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. गर्मियों में दूध उत्पादन में भी गिरावट आ सकती है.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट डॉ शिवकुमार यादव ने बताया कि लगातार तापमान बढ़ रहा है. मौजूदा हाल में 43 से 44 डिग्री तक तापमान पहुंच चुका है. ऐसे में पशुओं को कई तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जरूरी है कि पशुओं का खान-पान और उनके आवास पर बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं ताकि पशुओं को गर्मी से बचाया जा सके.
गर्मी से पशु की हो सकती है मौत
डॉ. शिवकुमार यादव ने बताया कि वातावरण के तापमान से पशुओं के शरीर का तापमान कम रहता है. ऐसे में पशुओं को दिक्कतें होने लगते हैं. पशु को पसीना ज्यादा आता है. इससे पशु के शरीर में पानी की कमी हो जाती है. पशु हांफने लग जाते हैं. कई बार तो पशु बेहोश होकर गिर जाता है. अगर देखरेख में जरा भी लापरवाही हो तो पशु की मौत तक हो जाती है.
पशुओं को समय-समय पर दें पानी
डॉ. शिवकुमार यादव ने बताया कि वातावरण और पशु के शरीर के तापमान के बीच में सामंजस्य से बना रहे यह सावधानी रखना बहुत जरूरी है. नहीं तो बढ़ते तापमान से उत्पादन में भारी कमी आ सकती है. ऐसे में पशुओं को दिन में 2 से 3 बार नहलाएं और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पशुओं को हरा चारा दें. गाय और भैंस को एक दिन में 3 बार पानी पिलाया जाना चाहिए ताकि पशु अपनी आवश्यकता के अनुसार पानी पीता रहे. शरीर में पानी की कमी ना हो पाए.
जूट के बोरों का करें इस्तेमाल
पशुओं के खानपान के साथ-साथ उनके रहन-सहन की भी व्यवस्था बेहतर होना जरूरी है. डॉ शिवकुमार यादव ने बताया कि पशुओं के आवास को हवादार बनाना चाहिए. आवास में पंखा लगा दें. अगर हो सके तो कूलर की भी व्यवस्था कर सकते हैं. हालांकि इन उपायों से खर्च बढ़ेगा . इसके अलावा आवास की खिड़कियों पर जूट के बोरे लगाकर उन पर पानी डाल दें ताकि बाहर से ठंडी हवाएं आवास में जाएं और पशुओं के आवास में ठंडक बनी रहे. जूट का बोरा 20 से 30 रुपए में मिल जाएगा. इसमें नए बोरे लगाने की जरूरत भी नहीं है . किसान पुराने बोरे के इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 08:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed