डायबिटिक हैं तो तुरंत स्मोकिंग छोड़ दीजिए वरना कई गुना बढ़ सकता है मौत का खतरा जानिए रिसर्च

Diabetes, smoking and early death: एक ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है कि डाइबिटीज से पीड़ित लोग अगर स्मोकिंग करते हैं तो उनमें कैंसर और मौत का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है. अध्ययन में दावा किया गया है कि टाइप 2 डाइबिटीज से पीड़ित व्यक्ति यदि स्मोकिंग करता है और कुछ एक्सरसाइज भी नहीं करता तो उसके जल्दी मरने की आशंका बहुत ज्यादा हो जाती है

डायबिटिक हैं तो तुरंत स्मोकिंग छोड़ दीजिए वरना कई गुना बढ़ सकता है मौत का खतरा जानिए रिसर्च
हाइलाइट्सकैंसर ने मौत के मामले में दिल से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों को पीछे छोड़ दिया हैटाइप 2 डाइबिटीज से पीड़ित व्यक्ति में स्मोकिंग से कैंसर का जोखिम ज्यादा Smoking and cancer: यदि आप डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं और स्मोकिंग भी करते हैं तो अभी से अपनी इस आदत को बदल लीजिए। स्मोकिंग करने से कैंसर की बीमारी होने की आशंका तीन गुना बढ़ जाएगी. रिसर्च के मुताबिक स्मोकर्स में समय से पहले मरने का जोखिम बढ़ जाता है. एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि टाइप 2 डाइबिटीज से पीड़ित व्यक्ति यदि स्मोकिंग करता है और कुछ एक्सरसाइज भी नहीं करता तो उसके जल्दी मरने की आशंका बहुत ज्यादा हो जाती है. ऐसे लोगों में कैंसर का जोखिम भी कई गुना बढ़ जाता है. डेनमार्क में आरहस यूनिवर्सिटी अस्पताल के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है. अध्ययन की प्रमुख डॉ. टीने लाउरबर्ग कहती हैं कि पिछले कुछ सालों में बीमारी के कारण होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा आंकड़ा कैंसर का है. कैंसर ने मौत के मामले में दिल से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों को पीछे छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि डाइबिटीज के कारण मरने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है लेकिन यह भी सच है कि जो लोग डाइबिटीज से पीड़ित हैं उनमें कैंसर की आशंका बहुत बढ़ गई है और वे इस कारण जल्दी मर रहे हैं. कैंसर की आशंका तीन गुना ज्यादा ईटी में छपी खबर के मुताबिक स्वीडन और डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में डायबिटीज से पीड़ित 655,344 लोगों के 1998 से 2019 के बीच का डाटा जुटाया. इनमें 43 प्रतिशत महिलाएं थीं. अध्ययन में शामिल लोगों की औसत उम्र 63 साल थी. अध्ययन में शामिल लोगों ने औसत सात साल तक इलाज कराया. शुरूआत में इनमें से किसी को कैंसर नहीं था. लेकिन बाद के वर्षों में इनमें से 32,366 लोगों को चार में से एक को कैंसर की बीमारी थी. अध्ययन के दौरान 179,627 लोगों की मौत हो गई. अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों को कैंसर की बीमारी हो गई, वे बिना कैंसर वाले मरीजों की तुलना में तीन गुना ज्यादा मरे. स्मोकर के मरने का जोखिम 2.15 गुना ज्यादा इसके बाद शोधकर्ताओं ने डाटा में से मरने वालों के रिस्क फैक्टर का विश्लेषण किया. इसमें ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्रोल, हाइपरटेंशन, बीएमआई, स्मोकिंग, फिजिकल एक्टिविटी आदि का ब्यौरा डाइबिटीज रजिस्टर से निकाला गया. इसके बाद जो परिणाम आया वह चौंकाने वाला था. अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों की मौत हुई उनमें स्मोकिंग और कम एक्सरसाइज करने वालों की संख्या ज्यादा थी. यानी जो लोग डायबिटीज से पीड़ित थे, उनमें कैंसर और जल्दी मरने का जोखिम सबसे अधिक था. स्टडी के दौरान स्मोक करने वाले डाइबिटीज के मरीज 2.15 गुना ज्यादा मरे. वहीं जो लोग बहुत कम एक्सरसाइज या न के बराबर एक्सरसाइज करते थे, उनमें मौत का जोखिम 1.6 गुना अधिक था. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Cancer, Health, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : September 20, 2022, 17:45 IST