नहीं सुधरेगा ड्रैगन! पहले मीठी बात अब उगला जहर भारत के विकास से लगी मिर्ची

China News: भारत अपनी सरजमीं पर विकास के काम कर रहा है, मगर मिर्ची चीन को लग रही है. चालबाज चीन ने फिर से भारत की सरजमीं पर अपना हक जताया है. चीन ने जहर उगलते हुए कहा है कि भारत को अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर कोई विकास कार्य करने का हक नहीं है.

नहीं सुधरेगा ड्रैगन! पहले मीठी बात अब उगला जहर भारत के विकास से लगी मिर्ची
नई दिल्ली: ड्रैगन सच में कभी नहीं सुधरेगा. वह भले ही मीठी-मीठी बातें कर ले, मगर उसके दिल में जहर के सिवा कुछ नहीं. कहां तो वह भारत संग बेहतर रिश्ते करने की बात कर रहा था. सीमा विवाद सुलझाने के लिए भारत से हाथ मिलाने की बात कर रहा था, मगर अब उसने अपनी औकात दिखा दी. चीन से भारत का विकास देखा नहीं जा रहा. यही वजह है कि वह तिलमिला उठा है और फिर गीदड़भभकी पर उतर आया है. भारत अपनी सरजमीं पर विकास के काम कर रहा है, मगर मिर्ची चीन को लग रही है. चालबाज चीन ने फिर से भारत की सरजमीं पर अपना हक जताया है. चीन ने जहर उगलते हुए कहा है कि भारत को अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर कोई विकास कार्य करने का हक नहीं है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत को उस इलाके में विकास कार्य करने का कोई हक नहीं है, जिसे चीन ‘दक्षिण तिब्बत’ कहता है. चीन का यह बयान रॉयटर्स की उस रिपोर्ट पर आया है, जिसमें भारत के सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश में जलविद्युत परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने की भारत की योजना का जिक्र है. चीनी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि साउथ तिब्बत चीन का क्षेत्र है. बिगाड़ के डर से ईमान की बात कहने से पीछे नहीं हटेगा भारत, जंग पर मोदी ने रूस-इजरायल दोनों को सुना दिया चीन कितनी बार झूठ बोलेगा? झूठ पर झूठ बोलते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘भारत को वहां विकास कार्य करने का कोई अधिकार नहीं है और चीनी क्षेत्र में भारत जिस अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता है, उसकी स्थापना अवैध और अमान्य है.’ रॉयटर्स ने मंगलवार को खबर दी थी कि भारत उत्तर पूर्वी हिमालयी राज्य में 12 जलविद्युत स्टेशनों के निर्माण में तेजी लाने के लिए एक अरब डॉलर खर्च करने की योजना बना रहा है. भारत का हिस्सा है अरुणाचल यहां बताना जरूरी है कि यह बात दुनिया जानती है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है, था और हमेशा रहेगा. चीन का कहना है कि यह दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है और उसने वहां भारतीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर आपत्ति जताई है. जबकि हकीकत यह है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है. अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन बार-बार जहर उगलता रहता है, ठीक वैसे ही जैसा पाकिस्तान कश्मीर को लेकर उगलता है. भारत ने साफ तौर पर कह चुका है कि चीन की यह कोशिश बेकार है. पहले मीठी-मीठी बात और अब जहर यहां समझने की जरूरत है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर जहर ऐसे वक्त में उगला है, जह भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से कजाकिस्तान में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मुलाकात की थी. यहां चीनी विदेश मंत्री ने एस जयशंकर से सीमा पर मुद्दों को सुलझाने के प्रयासों को तेज करने पर सहमति जताई थी. चीन ने वादा किया था कि वह भारत के साथ रिश्ते ठीक रखेगा और सीमा विवाद को सुलझाने में हर संभव कोशिश करेगा, मगर उसका यह ताजा बयान यह दिखाता है कि उसके दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और हैं. वह मुंह में राम बगल में छुरी वाली हरकत कर रहा है. Tags: Arunachal pradesh, China news, India news, PM ModiFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 10:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed