40 लाख का बिल पास कराने के चक्‍कर में सरकारी बाबू को पड़ गए लेने के देने

एनटीपीसी ने एक बयान में कहा कि हम अपने एक कर्मचारी पर लगे रिश्वत लेने के आरोपों से काफी चिंतित हैं. कथित घटना एक व्यक्तिगत कृत्य है और यह हमारे संगठन के मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करती है. आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

40 लाख का बिल पास कराने के चक्‍कर में सरकारी बाबू को पड़ गए लेने के देने
नई दिल्‍ली. नोएडा स्थित एनटीपीसी में सीनियर मैनेजर कोर्पोरेट कम्‍यूनिकेशन के पद पर काम करने वाले शख्‍स ने पैसा कमाने का शॉटकट ढूंढ़ा. उनके एक साइन पर लाखों करोड़ों के बिल पास हो जाते थे. उन्‍होंने सोचा कि क्‍यों कि बीच में कमीशन खाने का जुगाड़ लगाया जाए. इस छोटे से लालच के चक्‍कर में वो अपने करियर पर ही बट्टा लगा बैठे. हुआ कुछ यूं कि सीबीआई ने शुक्रवार को आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए उन्‍हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया. जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने मुंबई में एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (कॉरपोरेट संचार) विजय कुमार को गिरफ्तार किया. वह रिश्वत लेने के लिए दिल्ली से मुंबई पहुंचे थे. अधिकारी ने बताया कि एक विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने कुमार के खिलाफ करीब 40 लाख रुपये का बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी. NTPC ने दिया का कांट्रैक्‍ट इस बीच, एनटीपीसी ने एक बयान में कहा, “हम अपने एक कर्मचारी पर लगे रिश्वत लेने के आरोपों से काफी चिंतित हैं. कथित घटना एक व्यक्तिगत कृत्य है और यह हमारे संगठन के मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करती है. आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.” इस विज्ञापन कंपनी ने जनवरी-फरवरी में अंडमान निकोबार और पुडुचेरी में बूथ लगाये थे और उस सिलसिले में एनटीपीसी को 40 लाख रुपये का बिल जमा किया था. यह भी पढ़ें:- मंत्री जी का पत्‍नी पर लात-घूंसों से हमला, टॉयलेट का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला और फिर…सामने आया सनसनीखेज VIDEO अंडमान निकोबार में किया था काम अधिकारियों ने कहा कि कार्य समापन प्रमाणपत्रों को बिल के साथ नहीं लगाया गया था क्योंकि ये प्रमाणपत्र अंडमान एवं निकोबार और पुडुचेरी के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जारी किये जाने थे. उन्होंने बताया कि जब कंपनी प्रतिनिधि अंडमान एवं निकोबार और पुडुचेरी में स्थानीय प्रशासनिक कार्यालय गये और उन्होंने कार्य समापन प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया तब उनसे कहा गया कि इस संबंध में एनटीपीसी से एक ईमेल या कॉल आना जरूरी है. 2 विभागों के बीच फंसी कंपनी अधिकारियों के मुताबिक, जब विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने स्थानीय अधिकारियों से संवाद को लेकर कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने यह आश्वासन देते हुए कथित रूप से छह लाख रुपये रिश्वत मांगी कि वह बिल को बिना किसी बाधा के मंजूर करवा देंगे. अधिकारियों के मुताबिक, बाद में कुमार ने रिश्वत की मांग को बढ़ाकर 9.45 लाख रुपये कर दिया था. इसे मोलभाव के बाद घटाकर आठ लाख रुपये किया गया. इस संबंध में शिकायत मिलने पर सीबीआई ने मुंबई में जाल बिछाया जहां कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. कुमार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और नोएडा में उनके आवास की तलाशी भी ली गई. (भाषा इनपुट के साथ ) Tags: CBI, Corruption news, Noida news, NTPCFIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 23:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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