2030 तक इतने डिग्री बढ़ जायेगा अहमदाबाद का तापमान डबल होगी बिजली की मांग
2030 तक इतने डिग्री बढ़ जायेगा अहमदाबाद का तापमान डबल होगी बिजली की मांग
चिलचिलाती गर्मी के कारण हर साल गुजरात में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है ऐसे में इस शोध ने सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है. शोध के मुताबिक सरकार को अब पहले के मुताबिक अधिक बिजली उत्पादन के तरीकों पर जोर देने की जरुरत है.
हाइलाइट्सअमेरिकी और भारतीय शोधकर्ताओं ने मिलकर किया है अनुसंधानशहर में कूलिंग बढ़ाने के लिए बिजली मांग में आएगी अप्रत्याशित बढ़ोतरी शोधकर्ताओं ने बताया कि बिजली की मांग को घटाकर ही पाई जा सकती है गर्मी से राहत
अहमदाबाद. एक नए शोध में दावा किया गया है कि 2030 तक अहमदाबाद का तापमान 0.81°C तक बढ़ जायेगा. पढ़ने में यह बेशक बहुत कम वृद्धि लगे लेकिन इतनी वृद्धि पूरे राज्य में बिजली की मांग को दोगुने स्तर तक बढ़ा देगी. शोधकर्ताओं के अनुमानों से पता चलता है कि शहर में बिजली की मांग सालाना 8,001 गीगावाट (जीडब्ल्यूएच) से 14,744 गीगावॉट घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात की सरकारी ऊर्जा अनुसंधान एवं प्रबंधन संस्थान (जीईआरएमआई), इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक हेल्थ, अमेरिकी प्राकृतिक संसाधन रक्षा परिषद (एनआरडीसी) और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मेलमैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने मिलकर इस शोध पर कार्य किया है. शोध के मुताबिक राज्य में ऊर्जा की मांग में अप्रत्याशित उछाल आने की संभावना है. गर्मी बढ़ने के कारण बिल्डिंग, रेफ्रीजिरेटर, अस्पतालों और अन्य संयंत्रों को कूलिंग के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होगी.
गर्मी ने बरपाया कहर
गर्मी के कारण चलने वाली गर्म हवाओं ने भी गुजरात को परेशान किया हुआ है. इस साल का 11 मई पिछले छह वर्षों में सबसे गर्म दिन के तौर पर दर्ज किया गया था. चिलचिलाती गर्मी के कारण हर साल गुजरात में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है ऐसे में इस शोध ने सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है. शोध के मुताबिक सरकार को अब पहले के मुताबिक अधिक बिजली उत्पादन के तरीकों पर जोर देने की जरुरत है.
ऐसे मिल सकती है राहत
विशेषज्ञों के अनुसार कई मापदंडो को अपनाकर बढ़ती बिजली की मांग से राहत पाई जा सकती है. यदि 2030 तक शहर में 12.5-20 प्रतिशत छोटे और मध्यम आवासों के लिए सरल शमन उपायों को लागू किया जाता है तो मांग को 100 से 210 गीगावॉट तक कम किया जा सकता है. अधिक मांग बढ़ने से अधिक कोयले को जलाकर बिजली बनाई जाती है ऐसे में गर्मी और बढ़ जाती है. अगर बिजली की मांग को कम किया जायेगा तो गर्मी में भी कमी महसूस होगी. अगर 210 गीगावॉट बिजली भी बचा ली जाये तो 1.91 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड प्रदूषण को कम किया जा सकता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: AhemdabadFIRST PUBLISHED : August 22, 2022, 11:36 IST