सितरंग के कारण बंगाल-ओडिशा हाईअलर्ट पर जानें कैसा है तूफान क्या है आशंका
सितरंग के कारण बंगाल-ओडिशा हाईअलर्ट पर जानें कैसा है तूफान क्या है आशंका
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण बने चक्रवात के 24 अक्टूबर को तेज होने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने को कहा है. इसे सितरंग नाम थाईलैंड द्वारा सुझाया गया है. इससे पहले बंगाल की खाड़ी में आखिरी अक्टूबर चक्रवात 2018 में आया था जिसे तितली नाम दिया गया था.
नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण बने चक्रवात के 24 अक्टूबर को तेज होने की संभावना है. ऐसी आशंका है कि यह 25 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों तक पहुंच सकता है. इससे ओडिशा के तटों को पार कर आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश, तेज हवाएं चलने और तूफान आ सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने को कहा है. मानसून के बाद के पहले उष्णकटिबंधीय तूफान को लेकर की गई भविष्यवाणी के अनुसार इसे सितरंग नाम थाईलैंड द्वारा सुझाया गया है. इससे पहले बंगाल की खाड़ी में आखिरी अक्टूबर चक्रवात 2018 में आया था जिसे तितली नाम दिया गया था.
आईएमडी ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और इसके 22 अक्टूबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में विकसित होने की संभावना है. ऐसी आशंका है कि 23 अक्टूबर तक यह गहरे दबाव में तब्दील हो जाएगा. इसके बाद 24 अक्टूबर तक पश्चिम-मध्य और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इसके 25 अक्टूबर तक उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के करीब पहुंचने की संभावना है. यह तूफान आगे 25 अक्टूबर को एक गंभीर चक्रवाती तूफान में विकसित होने की उम्मीद है. हालांकि, महापात्र ने स्पष्ट किया कि आईएमडी ने अभी तक चक्रवात के संभावित भूस्खलन, तीव्रता और हवा की गति पर कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया है. उन्होंने कहा कि सिस्टम कुछ ही दूरी पर ओडिशा तट से गुजरेगा और राज्य में लैंडफॉल बनाने की कोई संभावना नहीं थी. हालांकि, ओडिशा में 23 अक्टूबर से अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी.
कई राज्यों के प्रभावित होने की संभावना
आईएमडी ने अभी तक चक्रवात के लिए कोई संभावित ट्रैक जारी नहीं किया है. नवीनतम अपडेट के अनुसार, आने वाले 4 दिनों में प्रचलित निम्न दबाव प्रणाली के भारत के पूर्वी तट को प्रभावित करने की उम्मीद है. पड़ोसी बांग्लादेश के साथ मुख्य रूप से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के साथ में इसका असर देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान गंगीय पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, सोमवार और मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
इसने सोमवार को पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के तटीय जिलों में भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) और मंगलवार को भारी से बहुत भारी बारिश (7-20 सेंटीमीटर) की भविष्यवाणी की है. मौसम कार्यालय ने कहा कि सोमवार को बंगाल की उत्तरी खाड़ी में हवा की गति 60-70 किमी प्रति घंटे से 80 किमी प्रति घंटे और क्षेत्र में 70-80 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे रविवार से अगली सूचना तक समुद्र में न जाएं.
हाई अलर्ट पर ओडिशा और पश्चिम बंगाल
ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. ओडिशा और पश्चिम बंगाल ने अपने आपदा प्रबंधन तंत्र को अपने तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा सहित किसी भी घटना के लिए तैयार रखा है. ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मल्लिक ने कहा कि सभी जिलों और तटीय क्षेत्र के अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. सिस्टम के सोमवार को राज्य के तट के समानांतर पार करने पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
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Tags: IMD alert, Odisha, West bengalFIRST PUBLISHED : October 21, 2022, 19:35 IST