अद्भुत है इफ्तेगार मंजिल की बनावट इस पूर्व नबाव से जुड़ा है इतिहास

इतिहासकार राजेश शर्मा ने बताया कि संदलखान में बाजार बनी इफ्तेगार मंजिल खूबसूरत इमारत है. यह मुगलों के जामाने की कोठी है. इसमें बरामदे के साथ अंदर एक बड़ा ड्रॉइंगरूम है और बहुत बड़ा आंगन है. इस इमारत में बेल्जियम का शीशा लगा है और इटालियन मार्बल पर नक्काशी इसकी खूबसूरती को बढ़ाने का काम कर रहा है.

अद्भुत है इफ्तेगार मंजिल की बनावट इस पूर्व नबाव से जुड़ा है इतिहास
बरेली. झुमका सिटी बरेली का इतिहास काफी रोचक है. इसके पीछे कई दिलचस्प रहस्य भी छिपे हुए हैं.  1937 में निर्मित इफ्तेगार मंजिल अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है  और बरेली को नई पहचान भी दी है. इसमें संगमरमर के पत्थर जड़े हुए हैं और यह इमारत मुगलकालीन है. इसे देखने के लिए दूर-दराज से लोग आज भी आते हैं. इस इमारत को विदेशी पत्थर के साथ इटालियन मार्बल और बेशकीमती संगमरमर से तराशा गया है. नवाब नजीवउद्दोला के वंशजों की कोठी है इफ्तेगार मंजिल दरअसल, आजादी से पूर्व नवाब नजीवउद्दोला ने नजीबाबाद को बसाया था. उस दौरान आई मुसीबत के चलते नवाब को नजीबाबाद छोड़ना पड़ गया था. उनके कुछ वंशज बरेली आ गए और कुछ रामपुर चले गए. नजीवउद्दोला के जो वंशज बरेली आए उन्हीं की यह कोठी है. यह ऐतिहासिक इमारत बरेली के इतिहास को बयां करता है. इस ऐतिहासिक इमारत की खुबसूरती के बारे में इतिहासकार राजेश शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि संदलखान में बाजार बनी इफ्तेगार मंजिल खूबसूरत इमारत है. यह मुगलों के जामाने की कोठी है. इसमें  बरामदे के साथ अंदर एक बड़ा ड्रॉइंगरूम है और बहुत बड़ा आंगन है. इफ्तेगार मंजिल की खासियत इफ्तेगार मंजिल की इमारत इतनी खूबसूरत है कि देखने वाले हैरान रह जाते हैं. इस इमारत ने बरेली की पहचान को चार चांद लगा दिया है. जो कि इसमें संगमरमर के पत्थर जड़े हुए हैं. इस इमारत में बेल्जियम का शीशा लगा है और इटालियन मार्बल पर नक्काशी इसकी खूबसूरती को बढ़ाने का काम कर रहा है. इस इमारत के बाहरी हिस्से में हरा-भरा बरामदा  भी है. यह ऐतिहासिक भवन बरेली घूमने के लिए आने वाले लोगों के लिए पसंदीदा जगह बन गया है. Tags: Bareilly news, Local18, Tourist Places, UP newsFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 16:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed