गजब है ये पत्थर की मिक्सी! बढ़ा देती है खाने का स्वाद जानें इसकी खूबी
गजब है ये पत्थर की मिक्सी! बढ़ा देती है खाने का स्वाद जानें इसकी खूबी
Bahraich News: अब मसाले पीसने वाली पारंपरिक सिलबट्टा का धीरे-धीरे प्रचलन खत्म होता जा रहा है. कई मायने में यह सिलबट्टा अत्यंत फायदेमंद होता है. इसका उपयोग अब शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी कम हो रही है.
बहराइच: हम बात कर रहे है, मसाले को पीसने वाली पारंपरिक सिलबट्टा, सिलोटा, सिलोट, सिलबाटु या सिल्लालोढी की, जिन्हें इन नामों से जाना जाता है. यह कई मायने में अत्यंत फायदेमंद हैं. इसका उपयोग अब शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी कम ही हो रहा है. यही कारण है कि देशी भोजन का स्वाद अब धीरे-धीरे विलुप्त सा होता जा रहा है. सिलबट्टा से पीसे गए मसालों से बनी सब्जी का स्वाद काफी स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है.
मिक्सर ने छीन ली सिलबट्टे की विरासत
पहले घरों में मसाला पीसने के लिए, चटनी बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मिक्सर नहीं बल्कि सिलबट्टा इस्तेमाल किया किया जाता था. जिस पर पीसी गई चटनी लोग खाकर उंगलियां चाट लिया करते थे. आज की इस भागदौड़ भरी दुनियां में हर कोई स्वाद तो चाहता है, लेकिन कम समय में. अब इन इलेक्ट्रॉनिक मिक्सर के चलन ने लोगो से सिलबट्टा साइड ही कर दिया. सिलबट्टा के चलन खत्म होने से ना सिर्फ घरों के खाने का स्वाद गायब हो गया है. बल्कि गरीबों का एक रोजगार भी छिन सा गया है.
जानें क्या-क्या थे सिलबट्टे से फायदे
सिलबट्टे पर पीसे मासलें, चटनी,के स्वाद के साथ-साथ कही ना कही सेहत को भी फायदा जरूर था. जब सिलबट्टा से किसी भी मसालों की पिसाई की जाती थी, तो वह दरदरा रहता था. वही मिक्सर में बिल्कुल बारिक हो जाता है. इसके साथ ही पीसने वाली हर एक चीज जल भी जाती है. क्योंकि जब हम मिक्सर से मसाले निकलते हैं तो बिल्कुल गर्म रहते हैं. जबकि सिलबट्टे के मसाले वैसे ही बने रहते हैं. और इनका हाथ से पीसने पर हाथों के साथ-साथ शरीर की एक्सरसाइज भी हो जाती है.
जानें सिलबट्टे के चलन से क्या हुआ नुकसान
सिलबट्टा बंद होने से न सिर्फ उन गरीबों का रोजगार छीना है. बल्कि बहुत सारी महिलाएं इनको छीलने का काम भी किया करती थी. जिसके लिए उनको मजदूरी के रूप में कुछ ना कुछ आमदनी मिल जाती थी.
Tags: Bahraich news, Local18FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 14:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed