बंदरों के आतंक से स्कूल में ताला लटके की नौबत खौफ के चलते बच्चों ने आना छोड़ा
बंदरों के आतंक से स्कूल में ताला लटके की नौबत खौफ के चलते बच्चों ने आना छोड़ा
संविलियन विद्यालय गढ़ी कलंजरी में कुल 120 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से बंदरो के आतंक की वजह से करीब 90 बच्चे ही स्कूल आ रहे हैं. बाकि बच्चों ने बंदरो के डर की वजह से स्कुल आना बंद कर दिया है.
आशीष त्यागी/बागपत. बागपत जनपद में वन विभाग और शिक्षा विभाग की उदासीनता का खामियाजा इन दिनों नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है. जी हां जनपद के अलग अलग गावों में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि आम लोगों के साथ साथ अब इसका असर स्कूलों में भी देखने को मिल रहा है. कुछ ऐसा ही नजार आजकल खेकड़ा तहसील के गांव गढ़ी कलंजरी गांव में देखने को मिल रहा है. गांव के संविलियन विद्यालय में बंदरों के आतंक से बच्चों ने लगभग आना बंद कर दिया है. जिससे शिक्षक भी परेशान हैं, क्योंकि बंदर काफी हमलावर हो गए हैं.
इतने बच्चे हैं पंजीकृत
संविलियन विद्यालय गढ़ी कलंजरी में कुल 120 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से बंदरो के आतंक की वजह से करीब 90 बच्चे ही स्कूल आ रहे हैं. बाकि बच्चों ने बंदरो के डर की वजह से स्कुल आना बंद कर दिया है.
दो सालों से है आतंक
प्रधानाचार्या प्रदीप दीक्षित का कहना है कि स्कूल में दो सालों से स्कूल में बंदरों के आतंक जारी है. कई बच्चों को बंदरोंने काट लिया है. कक्षा में पढ़ रहे बच्चों पर बंदर हमला कर देते हैं. बंदरों से बचने के लिए लोहे का जाल भी लगवाया है. बंदरों की वजह से बच्चों के साथ साथ हमें भी डर लगता है कि कही हम पर भी हमला ना कर दे. विद्यालय परिसर में बच्चों का पानी पीने जाना और टॉयलेट जाना भी मुश्किल हो गया है. अब तो नौबत यह है कि बच्चों को खुद अपने साथ घर से लेकर आना जाना पड़ता है.
अभिभावकों में दहशत
वहीं अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को कई बार बंदर काट चुके हैं, क्लास में बंदर घुस जाते हैं. आते जाते बंदर बहुत डराते हैं. ज्यादातर गांव वालों को अपने बच्चों को अपने साथ घर से स्कूल लेकर जाना पड़ता है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 14:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed