सामाजिक रूढ़िवादी बेड़ियों को तोड़कर बागपत की बेटी ने ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर किया जनपद का नाम रोशन देश का भी कर चुकी है प्रतिनिधित्व  प्रेरणादायक है उनके संघर्ष की कहानी

Baghpat News: बागपत की बेटी ने 9वीं क्लास से ही वुशु प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए अभ्यास चालू कर दिया. जहां पुलिस में भर्ती होने के बाद ऑल इंडिया पुलिस गेम्स के वुशु प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता. जानें बागपत की बेटी की प्रेरणादायक कहानी.

सामाजिक रूढ़िवादी बेड़ियों को तोड़कर बागपत की बेटी ने ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर किया जनपद का नाम रोशन देश का भी कर चुकी है प्रतिनिधित्व  प्रेरणादायक है उनके संघर्ष की कहानी
बागपत: ऑल इंडिया पुलिस गेम्स के वुशु प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतने वाली प्रीति नैन के संघर्ष की कहानी बहुत ही रोचक है. वह हमेशा सभी को कड़ी मेहनत और अपने लक्ष्य पर निरंतर फोकस कर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती हैं. सामाजिक रूढ़िवादी बेड़ियों को परिजनों के सहयोग से तोड़ते हुए इस बेटी ने आसमान की ऊंचाइयों को छूने का काम किया. जहां नेशनल गेम्स ही नहीं इंटरनेशनल स्तर पर भी देश का प्रतिनिधित्व किया. जनपद की सभी बेटियों के लिए प्रीति नैन एक प्रेरणा स्रोत हैं, आईए जानते हैं उनके संघर्ष की कहानी. कक्षा 9 से शुरू किया अभ्यास यूपी में बागपत के गांव सरूरपुर निवासी सतेंद्र नैन की बेटी प्रीति नैन की वुशू गेम्स में शुरू से ही रुचि थी. कक्षा 9 में आने के बाद उन्होंने वुशू गेम्स का अभ्यास शुरू किया. गांव में सुविधाओं का अभाव होने के चलते वह गांव के एक मैदान में ही अभ्यास करती थी. जहां पर कुछ युवा भी क्रिकेट खेलते थे, जो उन्हें परेशान करते और आस पड़ोस के लोग भी उन पर सामाजिक रूढ़िवादी टिप्पणी करते थे, लेकिन उनके परिजनों ने सभी बातों को नजरअंदाज करते हुए बेटी प्रीति नैन की प्रतिभा को पहचाना और लगातार वुशू गेम्स के अभ्यास में उसका सहयोग किया. सोनीपत के कॉलेज में लिया एडमीशन वुशू गेम से संबंधित टॉप 10 में से एक कॉलेज में सोनीपत में प्रीति का एडमिशन कराया गया. जहां पर प्रीति को अच्छा प्रशिक्षण मिला. उनके संघर्ष की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. वह लगातार प्रयास करती रही और हिम्मत नहीं हारी. इसी बीच रिश्तेदारों ने उनके परिवार पर कई प्रकार से सामाजिक रूढ़िवादी दबाव बनाएं, लेकिन परिजनों ने इन सब बातों को अनसुना किया. इसके बाद उन्होंने हरियाणा से वापस अपने गांव जाकर उत्तर प्रदेश यूपी पुलिस की परीक्षा की तैयारी की और पुलिस में भर्ती होने के बाद उन्होंने यूपी पुलिस की ओर से खेलना प्रारंभ किया. वुशू प्रतियोगिता में मिला सिल्वर मेडल उन्होंने ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में वुशू प्रतियोगिता में नेशनल स्तर पर सिल्वर मेडल प्राप्त कर जनपद का नाम रोशन किया. इससे पूर्व उन्होंने दर्जनों गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी थी. इतना ही नहीं उन्होंने इंटरनेशनल स्तर पर भी इस गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व किया. अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता अपने कोच और फेडरेशन को दिया. बेटियों को लिए बनी प्रेरणा श्रोत आज वह अपने गांव ही नहीं पूरे जनपद में आसपास के क्षेत्र के बेटियों के लिए प्रेरणा हैं. उनके माता-पिता भी इस प्रेरणा के हकदार हैं और उनके माता-पिता ने बेटा और बेटियों को उनके प्रयासों में सहयोग करने की सभी माता-पिता से अपील की, जिससे बेटी और बेटियां अपने क्षेत्र के साथ देश का नाम भी रोशन कर सकें. Tags: Baghpat news, Local18FIRST PUBLISHED : July 8, 2024, 14:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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