ढिबरी की रोशनी में की पढ़ाई कई असफलताओं के बाद भी नहीं मानी हार आज हैं
ढिबरी की रोशनी में की पढ़ाई कई असफलताओं के बाद भी नहीं मानी हार आज हैं
कुछ लोग अपनी असफलता पर घर परिवार की स्थिति, व्यवस्था की कमी और आर्थिक कमजोरी जैसी समस्याओं का रोना रोते हैं, लेकिन यह बड़ा सोचनीय और विचारणीय तथ्य है कि आखिरकार विपरीत परिस्थितियों में क्या लोग सफल नहीं होते या अधिकारी नहीं बनते थे?. इस सवाल का बेहद शानदार जवाब दिया है बलिया कोषागार के डिप्टी कैशियर रामचंद्र जी है.