यह महिला बना रही 25 प्रकार से आंवले का अचार हो रहा लाखों का टर्नओवर

MSME Sector in Prayagraj: प्रयागराज की सुधांजली श्रीवास्तव ने 3 साल पहले अपनी अचार बनाने की कंपनी को एमएसएमई के तहत पंजीकृत कराया था. आज वह सालाना 20 लाख रुपए का टर्नओवर कर रही हैं. जहां उनकी टीम द्वारा 25 प्रकार के अचार तैयार किए जाते हैं.

यह महिला बना रही 25 प्रकार से आंवले का अचार हो रहा लाखों का टर्नओवर
रजनीश यादव /प्रयागराज: केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एमएसएमई योजना के तहत लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत लोगों को स्टार्टअप के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है. इसमें लोग निर्माण से संबंधित कोई भी छोटा-मोटा उद्योग शुरू कर सकते हैं. सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग की ओर से फूड प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण लेकर प्रयागराज की एक महिला ने अपना स्टार्टअप शुरू किया और आज इनके अचार का स्वाद देश भर के लोग ले रहे हैं. ऐसे बनाया स्टार्टअप का प्लान संगम नगरी की सुधांजली श्रीवास्तव बताती हैं कि कोरोना काल उनके लिए वरदान साबित हुआ. उन्होंने बताया कि जिस समय पूरा देश बेपटरी था. उस समय खाली होने पर उन्होंने एक योजना के तहत अपने आप को स्टार्टअप में लगा दिया. उन्होंने अपने पति डॉ. विवेक श्रीवास्तव के साथ मिलकर शुरुआत में आंवले के बने उत्पाद का स्टार्टअप प्लान किया क्योंकि कोरोना काल के बाद लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अच्छे खान पान की जरूरत थी और वाला विटामिन सी का प्रमुख स्रोत होता है जो की इम्युनिटी बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है. ग्राहकों को अचार आ रहा पसंद इसीलिए उन्होंने इस स्टार्टअप को प्लान किया था, लेकिन 6 महीने बाद ही उनके आंवले से बने अचार को खाने के बाद ग्राहकों ने फीडबैक में अन्य अचार बनाने की भी बात करने लगे. बस इसी बात को लेकर उन्होंने अपने स्टार्टअप में आंवले को केंद्र में रख लिया.  इस दौरान उनकी टीम द्वारा लोगों के लिए आंवले के 25 प्रकार तैयार किए गए, जो लोगों को काफी पसंद आने लगे. जानें 25 प्रकार के अचारों की खासियत उन्होंने बताया कि बढ़ते अचार की मांग को देखते हुए उनकी टीम द्वारा आम का अचार, हरी मिर्च का अचार, कटहल का अचार, खजूर का अचार, आम का अचार ,लाल भरवा का अचार ,हरा भरवा का अचार,करौंदा का अचार, नींबू का  खट्टा मीठा अचार, चटपटी इमली का अचार, सूरन का अचार, हींग आम का अचार एवं अदरख के साथ 25 प्रकार के अचार बनाए जाने लगे, जो प्रयागराज से लेकर पूरे देश के कोने कोने में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से भेजा जाने लगा. आज है 20 लाख का टर्नओवर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से सुधा श्रीवास्तव बीकॉम करने के बाद कानपुर से एमकॉम की डिग्री हासिल की. उनके पति एक कॉलेज में प्राइवेट टीचर हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में स्टार्टअप के लिए मात्र 25 हजार रुपए लगाए थे. जहां आंवले से तैयार अचार को पैकिंग के लिए खरीदी. देखते ही देखते उनका बिजनेस लाइन पर आ गया और आज 1 साल में 20 लख रुपए से अधिक का टर्नओवर हो जाता है. सुधा श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी टीम में अचार बनाने के लिए 3 महिलाएं मार्केटिंग देखने के लिए एक व्यक्ति हाल ही में ग्राहकों की डिमांड पर खोले गए हैं. यहां एक आउटलेट में एक महिला को रखा गया है. इस प्रकार स्टार्टअप में काम चल रहा है. सरकार की संस्था का मिला सहयोग सुधा श्रीवास्तव बताती हैं कि शुरुआती दौर में उनके सामने तैयार किए गए उत्पाद को बेचने के लिए सबसे बड़े चुनौती बाजार की उपलब्धता थी. यहां माल तो तैयार हो जाता था, लेकिन कहां बेचे इसका कुछ आईडिया नहीं था, लेकिन एमएसएमई और सिडबी की ओर से लगातार मुफ्त में एग्जीबिशन में शामिल होने का मौका मिला, जिससे धीरे-धीरे लोग हमारे अचार को पसंद करने लगे. यहीं से हमको और भी सहयोग मिला, जैसे की सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग की ओर से एक मशीन मिली. जिसकी कीमत 12 लाख रुपए है. हमने खरीदी है कि वहीं देश भर में सिडबी के द्वारा लगाए गए, एग्जीबिशन में मुफ्त में शामिल होने का मौका भी मिलता है. एक सप्ताह में तैयार होता है अचार सुधा अचार वाली नाम से मशहूर प्रयागराज के शिवकुटी की रहने वाली प्रयागराज की सुधा श्रीवास्तव बताती हैं कि अचार तैयार करने में कम से कम 3 घंटे लग जाते हैं, लेकिन इसको सूखने एवं तेल के साथ मिलने के साथ कुछ एक सप्ताह तक का समय अचार बनाने में लगता है. इसके लिए लगातार 4 लोग अचार को काटने से लेकर उसमें मसाला मिलने तक का काम करते हैं. Tags: Local18, MSME Sector, Prayagraj Latest News, Prayagraj News, Prayagraj News TodayFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 11:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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