आलू जैसी दिखने वाली इस सब्जी की खेती से किसान हो रहे हैं मालामाल जानवर भी

Arbi farming: किसानी के काम में बहुत से लोग इसीलिए इंट्रेस्ट नहीं दिखाते क्योंकि इसमें मेहनत और रिस्क काफी ज्यादा होता है और मुनाफा कम. हालांकि, अब लोग मार्केट को समझते हुए खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. इसी तरह कई किसान समय पर अरबी की खेती कर उससे कमाई कर रहे हैं....

आलू जैसी दिखने वाली इस सब्जी की खेती से किसान हो रहे हैं मालामाल जानवर भी
सत्यम कटियार/फर्रुखाबादः जमीन के नीचे उगने वाली अरबी को लोग कई तरीके इस्तेमाल करते हैं. दिखने में यह आलू की तरह होती है लेकिन स्वाद में उससे बिल्कुल अलग होती है. आलू की तरह ही इसको भूनकर इसका चोखा बनाकर, सब्जी बनाकर लोग खाते हैं. कई जगहों पर लोग अरबी और इसके पत्ते की पकौड़ी बनाकर भी खाते हैं. अरबी स्वाद के साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. इसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. फर्रुखाबाद में भी अरबी की फसल बड़े पैमाने पर उगाई जा रही है. किसान भी बताते हैं कि यह सब्जी कम लागत में ही तैयार हो जाती है. लागत कम होने से कमाई अच्छी होती है. कम मेहनत बंपर कमाई लोकल 18 की टीम को कुअरापुर निवासी रमेश चंद्र ने बताया कि वह हर वर्ष कई बीघा खेत में अरबी की फसल करते से आ रहे हैं. इस उम्र में वह ऐसी फसल की खेती करने को बेहतर समझते हैं जिसमें मेहनत कम लगे. इसके लिए अरबी की फसल बेहतर है. एक बीघा में अरबी की बुवाई करने में लगभग 15 हजार रुपए की लागत आती है और 40 से लेकर 80 रुपए प्रति किलो की दर से बिक्री के साथ ही बीज भी मिल जाता है. ऐसे में जब 90 से 120 दिनों में यह फसल शुरू होती है तो लगभग एक बीघा में चार से पांच कुंतल तक की पैदावार हो जाती है. छुट्टा मवेशी भी नहीं करते हैं नुकसान दूसरी फसलों की अपेक्षा अरबी की फसल में छुट्टा मवेशी नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं. इसके पौधे को पशु कम चरते हैं. दूसरी तरफ अरबी या घुईयां जमीन के अंदर होती है तो जानवर उसे भी नहीं खा पाते हैं. इससे दूसरी फसलों की अपेक्षा यह फसल नुकसान से बची रहती है. फ्री तैयार होती है खाद किसान बताते हैं कि वह जब भी घुइयां की खेती करते हैं तो पौधों से इसे अलग करने के बाद उन पौधों को अपने खेतों में एक तरफ इकट्ठा कर उससे जैविक खाद बनाते हैं. उस खाद के प्रयोग से दूसरी फसलों की पैदावार भी बढ़ जाती है. यही तरीका है कि किसान इस फसल से डबल कमाई कर रहे हैं. पोषक तत्वों से भरपूर है यह अरबी घुइयां का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसमें प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन के साथ ही फाइबर जैसे विभिन्न गुण होते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, पैटैशियम और सोडियम की भी अच्छी मात्रा होती है. ये सब मिलकर अरबी को पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत बनाते हैं. इसके सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलने के साथ ही सेहत भी दुरुस्त रहती है. यह शारीरिक विकास के लिए भी लाभदायक है. यह है खेती का तरीका किसान बताते हैं कि अरबी की खेती के लिए सबसे पहले ऐसी भूमि चुनें जहां जल निकासी का बढ़िया इंतजाम हो. इसके साथ ही अरबी की अच्छी क्वालिटी के बीजों की बुवाई करें. समय-समय पर इसमें नराई या निराई की जरूरत पड़ती है और उसी के साथ सिंचाई भी की जाती है. जब यह फसल 4 महीने की हो जाती है तो खेत से इसे निकाल कर सफाई करने के बाद मंडी में बेच दिया जाता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 11:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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