लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी में आदमखोर बाघ की लगातार मौजूदगी ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है. एक तरफ बहराइच में खूनी भेड़िये का कहर जारी है, तो वहीं लखीमपुर खीरी के कई गांवों में बाघ का खौफ छाया हुआ है. हाल ही में दो किसानों की मौत के बाद लोग वन विभाग की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं.
बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने इलाके में पिंजरे लगाए हैं और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है, लेकिन अभी तक बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है. बाघ की लगातार चहल-पहल नजर आ रही है, मगर वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरों में वह अब तक कैद नहीं हो पाया है. इस बीच, वन विभाग गांवों में चौपाल लगाकर ग्रामीणों को सतर्क कर रहा है और उन्हें बाघ से बचाव के उपाय बता रहा है.
खेती पर असर
बाघ के डर से किसान अपने खेतों में जाने से कतरा रहे हैं. वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन टाइगर’ शुरू किया है. इसके तहत इलाके में चार पिंजरे लगाए गए हैं, साथ ही 20 कैमरे और दो ड्रोन से निगरानी की जा रही है. हालांकि, बाघ पिंजरे में बंधे बकरे को सूंघकर वापस अंधेरे में भाग जाता है.
दहशत में 50 से ज्यादा गांव
आदमखोर बाघ की वजह से लखीमपुर के 50 से अधिक गांवों में डर का माहौल है. अगस्त में इस बाघ ने पांच लोगों पर हमला किया था, जिसमें से चार की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से जंगल से सटे गांवों के लोग डर के साए में जी रहे हैं. वन विभाग की टीमें लगातार बाघ की तलाश में जुटी हैं, और पिंजरों के पास लगे कैमरों में बाघ की मूवमेंट रिकॉर्ड हो चुकी है, लेकिन अब तक उसे पकड़ा नहीं जा सका है.
Tags: Local18, Tiger huntFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 16:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed