IPS Story: बदलापुर मामले की जांच करने वाली आरती डॉक्टर से कैसे बनीं आईपीएस
IPS Story: बदलापुर मामले की जांच करने वाली आरती डॉक्टर से कैसे बनीं आईपीएस
IPS Story, Badlapur School Case, IPS Arti Singh: महाराष्ट्र के बदलापुर के स्कूल में हुई यौन उत्पीड़न की घटना की जांच अब एसआईटी को सौंपी गई है. इस एसआईटी (SIT) का चीफ महिला आईपीएस अधिकारी आरती सिंह को बनाया गया है.
IPS Story, Badlapur School Case, IPS Arti Singh: महाराष्ट्र के बदलापुर के स्कूल में दो बच्चियों के साथ हुई यौन शोषण की घटना के बाद सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. खास बात यह है कि इस एसआईटी का प्रमुख तेज तर्रार महिला आईपीएस आरती सिंह को बनाया गया है. आरती सिंह की गिनती काफी निर्भिक पुलिस अफसरों में की जाती है. उनके आईपीएस बनने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. आइए जानते हैं कि आईपीएस आरती सिंह कौन हैं और कैसे वह आईपीएस बन गईं?
कौन हैं आरती सिंह?
आरती सिंह यूं तो महाराष्ट्र कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान में वह आईजी रैंक (इंस्पेक्टर जनरल)की अधिकारी हैं. वह मुंबई में कार्यरत हैं. बदलापुर मामले की जांच करने वाली आरती इससे पहले मुंबई शहर की एडमिशन कमिश्नर ऑफ पुलिस (ACP)भी रही हैं. वह पिछले 17 साल से अधिक समय से पुलिस सेवा में हैं. आरती महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली में भी रही हैं. इसके अलावा कोविड के समय उनको मालेगांव भेजा गया वहां भी उन्होंने काम किया.
कैसे आईपीएस बनीं आरती
आरती सिंह के आईपीएस बनने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. आरती सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की रहने वाली हैं. बीएचयू से एमबीबीएस का कोर्स करने वाली आरती ने कभी सोचा भी नहीं था कि आगे चलकर वह आईपीएस अधिकारी बन जाएंगी. जब उन्होंने गायनेकोलॉजी डिपॉर्टमेंट में एक डॉक्टर के रूप में अपने करियर की शुरूआत की, तो इस दौरान उन्होंने देखा कि जब भी किसी को बेटा पैदा होता था तो लोग खुशी से झूम जाते थे, मिठाइयां बांटते थे, लेकिन वहीं बेटी पैदा होने पर इसके उलट सन्नाटा पसर जाता था. आरती ने एक इंटरव्यू में बताया था कि यहां तक की कई बार तो लोग बच्चियों को छोड़कर तक चले जाते थे. यह बात रह रहकर आरती को टिसती थी. जिसके बाद आरती ने लोगों की इस सोच को बदलने के लिए आईपीएस बनने की ठानी. उन्होंने डॉक्टरी पेशा छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. इसके बाद उनके माता पिता को रिश्तेदारों से खरी खोटी भी सुननी पड़ी, लेकिन वर्ष 2006 में आखिरकार उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. वह आईपीएस बन गईं. उन्हें महाराष्ट्र कैडर अलॉट हुआ.
नक्सल प्रभावित जिले में किया काम
वर्ष 2009 में आरती सिंह को महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली में भेजा गया. यह ऐसा इलाका है जहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ आम बात है. आरती की पोस्टिंग के ठीक पहले यहां नक्सलियों ने 17 पुलिसकर्मियों को मार डाला था. आरती जब वहां पहुंची तो वहां चुनाव होने वाले थे, उन्होंने न केवल शांतिपूर्वक चुनाव कराया, बल्कि काफी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद किए. इसके बाद वह महाराष्ट्र के अलग अलग जिलों में भी रहीं. 2020 में उन्होंने मालेगांव में कोराना की रोकथाम की दिशा में भी सराहनीय काम किए. अब उन्हें बदलापुर कांड की जांच का जिम्मा मिला है.
Tags: IPS Officer, UPSC, Upsc exam, Upsc exam result, UPSC Exams, Upsc result, UPSC resultsFIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 11:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed