25 वर्षो से मालखाने में कैद हैं प्रभु श्री राम वजह कर देगी हैरान
25 वर्षो से मालखाने में कैद हैं प्रभु श्री राम वजह कर देगी हैरान
भगवान राम पिछले 25 साल से कारावास झेल रहे हैं. प्रभु के भक्तों द्वारा लगातार उनके इस वनवास को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन, यह वनवास खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. 1999 में चोरी हुई भगवान राम, माता सीता, भगवान लक्ष्मण की अष्टधातू की मूर्ति सरकारी माल खाने में कैद है. भक्त और महंत और राज्याभिषेक का बाट जोह रहे हैं.
आजमगढ़. त्रेता युग में भगवान राम ने 14 वर्षों का वनवास काटा था. लेकिन, कलयुग में भगवान राम पिछले 25 साल से कारावास झेल रहे हैं. प्रभु के भक्तों द्वारा लगातार उनके इस वनवास को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन, यह वनवास खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. भक्तों के अथक प्रयास के बावजूद भी प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है.
ऐसे में प्रभु के इस कलयुग के वनवास को कब खत्म किया जाएगा, इसको लेकर भक्तों के अलावा मंदिर के महंत भी राह निहारे हुए हैं. इंतजार इस बात का भी है की श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ कब एक बार फिर वापस आएंगे और कब उनका राज्याभिषेक किया जाएगा.
सरकारी मालखाने में कैद हैं प्रभु श्रीराम
दरअसल, आजमगढ़ के निजामाबाद तहसील क्षेत्र के महर्षि दत्तात्रेय आश्रम में सैकड़ों वर्ष पुरानी प्रभु श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण की अष्टधातु की मूर्तियां विराजमान थी. साल 1999 में इस बेसकीमती अष्टधातु की मूर्तियों पर चोरों ने नजर गड़ा दिया. उसके बाद चोरों ने उन तीनों कीमती मूर्तियों को चुरा लिया. जैसे-जैसे चोरी की खबर क्षेत्र में फैली, उसके बाद भक्तों द्वारा खूब हंगामा किया गया. पुलिस और प्रशासनिक महकमा भी तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए चोरी की सिनाख्त शुरू कर दी और जैसे-तैसे मूर्ति को भी बरामद कर लिया. लेकिन, बरामदगी के बाद भी मूर्ति अपने सही स्थान पर वापस नहीं आ सका. तब से लेकर आज तक बेसकीमती अष्टधातु की मूर्ति मालखाने में कैद है.
राज्याभिषेक का बाट जो रहे हैं भक्त और महंत
मूर्ति मिलने की जानकारी हो जाने के बाद मंदिर के महंत सरजू दास महाराज ने लोकल 18 को बताया कि मूर्ति को अपने स्थान पर वापस लाने के लिए लगातार प्रयास किया. प्रभु की मूर्ति को मंदिर में स्थापित करने के लिए थानाध्यक्ष, एसपी, डीआईजी से लेकर के मुख्यमंत्री तक गुहार लगया, लेकिन इसका नतीजा कुछ नहीं निकल पाया. उन्होंने बताया कि मूर्ति को वापस लाने के लिए भक्तों द्वारा भी लगातार प्रयास किया गया. लेकिन, पुलिस ने यह कहकर मामला टाल दिया कि जब तक क्षेत्र में पुलिस चौकी का निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक मूर्ति की चोरी का डर बना रहेगा. प्रशासन ने अब तक पुलिस चौकी बनाने का कार्य नहीं शुरू किया गया है. नतीजतन, भक्त और मंदिर के महंत इस इंतजार में बैठे हुए हैं कि कब सरकारी मालखाने का वनवास खत्म होगा और उनका फिर से मंदिर में राज्याभिषेक किया जा सकेगा.
Tags: Azamgarh news, Local18, Lord rama, UP newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed