कैसे करें सफेद बटन मशरूम की खेती एक्सपर्ट से जानें आसान तरीका

कृषि वैज्ञानिक डॉ. अखिलेश कुमार यादव ने बताया कि मशरूम की खेती बेहद ही आसान है. थोड़ी सी तकनीक की जानकारी से ही इसकी पैदावार बढ़ाई जा सकती है. जिससे किसानों की आमदनी भी बढ़ सकती. मात्र 2 महीने में तैयार होने वाली इस फसल की मार्केट में काफी अधिक डिमांड है. मशरूम का उपयोग भोजन व औषधि दोनों के रूप में किया जाता है.

कैसे करें सफेद बटन मशरूम की खेती एक्सपर्ट से जानें आसान तरीका
आजमगढ़. भारत में पिछले कुछ वर्षो से मशरूम की मांग काफी बढ़ी है. जिससे मार्केट में इसकी डिमांड में काफी अधिक है. ऐसे में मशरूम की खेती के प्रति किसानों का रुझान भी देखने को मिल रहा है. मशरूम की खेती किसानों के लिए बेहतर आमदनी का जरिया बन सकता है. बस कुछ बातों का ध्यान रखना होता है और महज दो महीने में यह फसल मार्केट तक का सफर तय कर लेती है. कम जगह और कम लागत में एक अच्छा मुनाफा देने वाली फसल की बात करें तो मशरूम की खेती सबसे बेहतर साबित हो सकती है. पोषक तत्वों से भरपूर है मशरूम मशरूम की खेती के लिए किसान किसी भी कृषि विज्ञान केंद्र या फिर कृषि विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण ले सकते हैं. भारत में पिछले कुछ दशकों से ही मशरूम की खेती प्रचलन में आई है. आजमगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र में विभिन्न बीजों पर शोध कर रहे डॉ. अखिलेश कुमार यादव ने बताया कि मशरूम की खेती बेहद ही आसान है. थोड़ी सी तकनीक की जानकारी से ही इसकी पैदावार बढ़ाई जा सकती है. जिससे किसानों की आमदनी भी बढ़ सकती. मात्र 2 महीने में तैयार होने वाली इस फसल की मार्केट में काफी अधिक डिमांड है. मशरूम का उपयोग भोजन व औषधि दोनों के रूप में किया जाता है. प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण और विटामिन जैसे उच्च स्तरीय खाद्य मूल्यों के कारण मशरूम खाद्य सामग्रियों में अपना एक विशेष महत्व रखता है. सफेद बटन मशरूम की मांग सबसे अधिक भारत में मशरूम को खुम्भ, खुम्भी, भमोड़ी और गुच्छी आदि नाम से भी जाना जाता है. देश में बेहतरीन पौष्टिक खाद्य के रूप में मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा मशरूम के पापड़, जिम का सप्लीमेन्ट्री पाउडर, अचार, बिस्किट, टोस्ट, कूकीज, नूडल्स, जैम (अंजीर मशरूम), सॉस, सूप, खीर, ब्रेड, चिप्स, सेव, चकली आदि बनाए जाते हैं. डॉ. अखिलेश के अनुसार भारत में मुख्य रूप से चार प्रकार के मशरूमों का उत्पादन किया जाता है. जिसमें सफेद बटन मशरुम, ढींगरी (ऑयस्टर) मशरुम, दूधिया (मिलकी) मशरुम, पैडीस्ट्रा मशरुम और शिटाके मशरुम शामिल है. इसमे बटन मशरूम की खेती सबसे अधिक की जाती है क्योंकि मार्केट में इसी मशरूम की डिमांड सबसे अधिक है. कैसे करें सफेद बटन मशरूम की खेती डॉ. अखिलेश ने बताया कि भारत में सफेद बटन मशरूम की खेती सबसे अधिक मात्रा में की जाती है. इसको कम जगह में भी उगाया जा सकता है. हालांकि बटन मशरूम की खेती निम्न तापमान वाले स्थान पर की जाती है, लेकिन तकनीक के माध्यम से तापमान को कंट्रोल कर इसकी पैदावार बड़े ही आसानी से की जा सकती है. मशरूम के लिए 14 से 18 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को मेंटेन करना होता है. सरकार द्वारा सफेद बटन मशरूम की खेती के प्रचार-प्रसार को भरपूर प्रोत्साहन दिया जा रहा है. Tags: Agriculture, Azamgarh news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 11:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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