NCERT की किताब से हटा बाबरी मस्जिद का जिक्र अयोध्‍या के संतों ने कही ये बात

Ayodhya News Today : एनसीईआरटी की कक्षा 12 के सामाजिक विज्ञान से बाबरी मस्जिद के नाम को हटाकर तीन गुंबद वाले ढांचे के जिक्र वाले मामले में उठाए गए कदम का अयोध्‍या के संतों और बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने स्‍वागत किया है. किताब से विवादित ढांचे का नाम हटाए जाने को एक सराहनीय कदम बताते हुए कहा है कि एनसीईआरटी ने सही किया है, सबको सही शिक्षा मिलनी चाहिए.

NCERT की किताब से हटा बाबरी मस्जिद का जिक्र अयोध्‍या के संतों ने कही ये बात
अयोध्या. भगवान राम की नगरी अयोध्‍या में एनसीईआरटी के कक्षा 12 के सामाजिक विज्ञान किताब से बाबरी मस्जिद हटाकर तीन गुंबद वाले ढांचे के जिक्र मामले पर अयोध्या के संतों ने स्वागत किया है संतों ने कहा किसी भी तरह की विवादित शिक्षा दिया ही नहीं जाना चाहिए. इतना ही नहीं एनसीईआरटी के कदम का बाबरी मंदिर के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी स्वागत करते हुए कहा कि लोग मंदिर मस्जिद के नाम पर राजनीति कर रहे हैं ये चीज बहुत पहले खत्म हो चुकी है सुप्रीम कोर्ट का फैसला हो चुका है और मुसलमान ने सहर्ष से स्वीकार भी किया है वहां पर मंदिर बन गया और पूजा पाठ हो रही है मुसलमान ने इसका सम्मान किया है अब जो कुछ भी हो रहा बहुत बेहतर है. वही राम लला के प्रधान पुजारी ने कहा कि एनसीईआरटी की किताब से विवादित ढांचे का नाम हटाया जाना एक सराहनीय कदम है जो बहुत जरूरी था जो छात्र इसका अध्ययन करेंगे. उन्हें विवाद से नहीं ज्ञान से मतलब होता है और वह जानेंगे कि राम जन्मभूमि का क्या इतिहास है. कैसे वहां पर भगवान का अवतार हुआ था कैसे भगवान की पूजा शुरू हुई और कैसे वहां पर भव्य मंदिर निर्माण हुआ, इतिहास को छात्र जानेंगे, करीब से समझेंगे. इस कदम का स्‍वागत है. आक्रांताओं को अपना आका नहीं समझे, इनका नाम कहीं नहीं हो तपस्वी छावनी के जगदगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि एनसीईआरटी की किताब से बाबरी मस्जिद का नाम हटाया जाना बहुत ही अच्छा है. देश में कुछ ऐसे लोग हैं जो गुमराह है और आक्रांताओं को अपना आका समझते हैं. सरकार का यह निर्णय राष्ट् हित और जनहित में है. आक्रांता बाबर का नाम लेना भी महापाप है. वहीं मांग करते हुए कहा कि देश में ऐसी कोई जगह नहीं होनी चाहिए जहां पर आक्रांताओं का नाम लिया जाए चाहे फिर वह रोड हो या कोई जगह. लाखों हिंदुओं की हत्‍या और हजारों मंदिरों को पहुंचाया था नुकसान वही राष्ट्रवादी बाल संत दिवाकराचार्य ने कहा कि एनसीईआरटी के द्वारा एक बहुत ही सराहनीय कदम है. 12वीं की किताब से बाबरी मस्जिद का नाम हटाए जाना बहुत ही सराहनीय कदम है. बाबर की क्रूरता थी, वह विदेशी था जिसने लाखों हिंदुओं की हत्या की, नरसंहार किया. भगवान राम मंदिर ही नहीं, राम मंदिर जैसे हजारों मंदिर पर उसने जुल्म किए. ऐसे आक्रांत के इतिहास को हटाया जाना ही उचित है. वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप के देशप्रेम की शिक्षा दी जाए उन्होंने कहा कि भारत की शिक्षा नीति जब आगे बढ़ेगा तो भारत का विद्यार्थी भी सफल होगा. इससे उसके मानसिकता मजबूत होगी और हमारे यहां बलवान राजपुरुष हुए हैं जो गुमनामी में है. उनके इतिहास को पढ़ाई जाना चाहिए, शिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे लोगों की शिक्षा बच्चों को दी जाना चाहिए. आरोप लगाते हुए कहा कि अंग्रेजों और मुगलों के द्वारा हमारी शिक्षा नीति में आक्रांताओं को प्रवेश किया कराया गया था. यह एक बहुत ही सराहनीय कदम है इसका पूरा देश स्वागत करेगा. Tags: Ayodhya Big News, Ayodhya latest news, Ayodhya News Today, Education Department, Education systemFIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 17:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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